Last Updated: Tuesday, June 11, 2013, 13:53

नई दिल्ली : लालकृष्ण आडवाणी द्वारा भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा देने से सकते में आए पार्टी के कई नेताओं ने मंगलवार को उनसे मुलाकात की और त्यागपत्र वापस लेने का आग्रह किया। पार्टी ने उम्मीद जताई है कि वह अपना फैसला वापस लेंगे। आडवाणी के नजदीकी सहयोगी जसवंत सिंह ने कहा कि इस वरिष्ठ नेता ने पार्टी के मामलों को लेकर जो ‘चिंताएं और परेशानियां’ जताई हैं, उन पर विचार होना चाहिए। सिंह ने कहा, ‘उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं वे पार्टी और देश के हित में हैं। मुझे उम्मीद है कि उनका उचित समाधान होगा। मुझे आशा है कि पार्टी इन मुद्दों से निपटने में सफल होगी।’
नागपुर में पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि इस घड़ी पार्टी को आडवाणी के मार्गदर्शन की आवश्यकता है। ‘हम उनसे प्रार्थना करेंगे कि वह अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें।’ मंगलवार सुबह आडवाणी और विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से भेंट करने के बाद उमा भारती ने कहा कि उनकी सुषमा से ‘अच्छी चर्चा’ हुई लेकिन उन्होंने अन्य सवालों के जवाब देने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि वह इस विषय पर कुछ नहीं बोलना चाहती हैं।
यह पूछे जाने पर कि गोवा अधिवेशन में नहीं आ सकने संबंधी पार्टी अध्यक्ष को लिखा उनका पत्र क्या इस बात का संकेत था कि वह किन्हीं बातों पर खफा हैं, उमा ने कहा कि वह किसी बात पर अप्रसन्न नहीं हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 11, 2013, 13:53