Last Updated: Saturday, September 14, 2013, 11:05
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसीनई दिल्ली : गुजरात के मजबूत मगर विवादास्पद मुख्यमंत्री और कट्टर हिंदुत्व के चेहरे नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के कड़े विरोध के बावजूद शुक्रवार को 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया। पार्टी की यहां हुई संसदीय दल की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने यह घोषणा की। मोदी ने हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन किया।
हालांकि लाख प्रयासों के बाद भी आडवाणी इस बैठक में नहीं आए। मोदी को प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार बनाए जाने का सुषमा स्वराज और मुरली मनोहर जोशी भी विरोध कर रहे थे, लेकिन अंतत: वह पार्टी की बहुमत लाइन के आगे झुक गए। बैठक में अस्वस्थता के चलते पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नाराज आडवाणी को छोड़कर सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी, अरुण जेटली, नितिन गडकरी, वेंकैया नायडु और अनंत कुमार सहित 12 सदस्यीय संसदीय बोर्ड के सभी सदस्य मौजूद थे।
प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद मोदी ने संवादाताओं से बातचीत में कहा, ‘भाजपा को मैं विश्वास दिलाता हूं कि 2013-14 के लोकसभा चुनाव में पार्टी विजयी हो, उसके लिए मैं कोई परिश्रम और कोई कमी नहीं रखूंगा।’ उन्होंने यह आशवासन भी दिया कि वह सामान्य मानवीय आकांक्षाओं पर भी खरे उतरेंगे।
भाजपा के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के रूप में मोदी के नाम की घोषणा पार्टी में बहुत ही खटास भरे माहौल में हुई। एक ओर मोदी के नाम की घोषणा हुई तो दूसरी ओर आडवाणी का राजनाथ सिंह के नाम लिखा पत्र भी सामने आया जिसमें वरिष्ठ नेता ने इस फैसले के संदर्भ में पार्टी के तौर तरीकों पर अपनी पीड़ा का इज़हार किया। अगले मंगलवार को 63 साल के होने जा रहे मोदी अपनी ताजपोशी के बाद आडवाणी से मिलने उनके निवास पर गए। मोदी आडवाणी के निवास पर आधा घंटा रहे। इस दौरान आडवाणी ने मोदी के खिलाफ निलंबित आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा द्वारा लिखे गए पत्र के बारे में पूछा।
भाजपा मुख्यालय और उसके आस-पास बहुत दिनों बाद कार्यकर्ताओं के जबरदस्त जोश-ओ-खरोश, पटाखों के धमाकों और गाजे-बाजे की धुन से बने उत्सव के माहौल के बीच मोदी ने कहा, ‘पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने आज मुझ जैसे सामान्य परिवार और छोटे कस्बे से आए एक कार्यकर्ता को बहुत बड़ा कार्य और दायित्व दिया है। परमात्मा ने जितना सामर्थ्य और शक्ति मुझे दी है, मैं उसका उपयोग भाजपा के विस्तार और देश की सेवा के लिए करूंगा। आनन-फानन में आज बुलाई गई संसदीय बोर्ड की बैठक में 40 मिनट के भीतर ही मोदी को यह जिम्मेदारी देने का फैसला कर लिया गया।
भाजपा अध्यक्ष ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की परंपरा रही है और 1996 से 2009 तक ऐसा किया गया है। इसी परंपरा के अनुरूप हम 2013-14 के चुनाव के लिए नरेन्द्र मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करते हैं। सिंह ने कहा, ‘जनता के मूड और पार्टी कैडरों की भावना को देखते हुए भाजपा संसदीय बोर्ड ने यह फैसला किया है। हम कामना और उम्मीद करते हैं कि उनके नेतृत्व में आगामी चुनाव में जनता का समर्थन प्राप्त होगा और अगली सरकार भाजपा की बनेगी।’
कल तक मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने का विरोध कर रहे मुरली मनोहर जोशी ने बैठक शुरू होने से पहले मोदी को ‘चोखा माल’ बताया और कहा, ‘पार्टी ने उन्हें देश के सामने प्रस्तुत कर दिया है और अब समय बताएगा कि जनता उन्हें पसंद करती है या नहीं।’
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोदी को बधाई देते हुए कहा कि उनका ऊर्जावान नेतृत्व 2014 के चुनाव में पार्टी को जबर्दस्त जीत दिलाएगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी मोदी को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि आगामी लोकसभा चुनाव में केन्द्र में भाजपा की सरकार बनेगी।
First Published: Friday, September 13, 2013, 17:46