Last Updated: Saturday, February 25, 2012, 14:21
पणजी : भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के भ्रष्टाचार विरोधी नेता के रूप में पहचान बनाने की कोशिश पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि आडवाणी ने विदेश के बैंकों से कालाधन वापस लाने के लिए खुद कोई कदम क्यों नहीं उठाया, जब वह उपप्रधानमंत्री थे।
गोवा में 3 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व एक रैली में सोनिया ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में एक साथ दो पद संभाल चुके भाजपा नेता पर सीधा प्रहार करते हुए कहा, 'उपप्रधानमंत्री उस समय क्या कर रहे थे? उस समय तो वह केंद्रीय गृह मंत्री और उपप्रधानमंत्री दोनों थे। उन वर्षों में उन्होंने कालेधन को वापस लाने और भ्रष्टाचार मिटाने के लिए क्या किया?'
सोनिया ने कहा कि आडवाणी ने उस समय भ्रष्टाचार मिटाने के लिए कुछ भी नहीं किया, बल्कि वह स्वयं 'घोटाले में लिप्त सरकार' के एक हिस्सा थे। सोनिया ने कहा कि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार विदेशों से कालाधन वापस लाने और चरणबद्ध तरीके से देश को भ्रष्टाचार से छुटकारा दिलाने का प्रयास कर रही है। सोनिया ने कहा, 'बिल्कुल, विदेशों में छुपाए गए कालेधन को वापस लाने और भष्टाचार के तंत्र से छुटकारा दिलाने के लिए हम वह सबकुछ करेंगे जो हमारे वश में है। लेकिन कांग्रेस-नीत सरकार जो कुछ कर रही है वह स्वभाववश क्रमबद्ध ढंग से, ईमानदारी और दृढ़ संकल्प के साथ कर रही है।'
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा कि कांग्रेस पर उंगली उठाने के बजाय उन्हें (भाजपा) घोटाला करने वाली अपनी सरकार पर गौर करना चाहिए और उदाहरण के तौर पर कर्नाटक की भाजपा सरकार से भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहिए।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 25, 2012, 19:52