Last Updated: Tuesday, February 5, 2013, 00:13
नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर कांग्रेस के एक नेता की इस टिप्पणी की मुख्य विपक्षी दल ने कड़ी आलोचना की है कि आडवाणी को पाकिस्तानी हिन्दुओं की सेवा के लिए वापस पाकिस्तान चले जाना चाहिए।
कांग्रेस नेता शकील अहमद द्वारा कल की गई इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने जानना चाहा कि क्या यह सत्तारूढ़ पार्टी का आधिकारिक बयान है। भाजपा प्रवक्ता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद खान द्वारा आडवाणी के बारे में की गई टिप्पणी न सिर्फ निंदनीय, बल्कि सभी राजनीतिक मर्यादाओं से परे है।
भाजपा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से जानना चाहेगी कि क्या खान का यह बयान उनकी पार्टी का आधिकारिक बयान है। भाजपा ने कहा कि विभाजन दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदी थी, जिसने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के परिवार सहित लाखों परिवारों को उखाड़ दिया। प्रसाद ने कहा कि आडवाणी भी भारत आए। उनमें (पाकिस्तान से आने वालों में) से कई वरिष्ठ पत्रकर, जनरल और व्यवसायी बन गए। कांग्रेस प्रवक्ता के इस बयान का मतलब क्या है? मुझे लगता है कि कांग्रेस को उन पर अंकुश लगाना चाहिए।
भाजपा ने उल्लेख किया कि भारत का यह सांस्कृतिक, नैतिक और संवैधानिक दायित्व है कि विश्व में जब भी हिन्दुओं को प्रताड़ित किया जाए तो उनके मानवाधिकार का मुद्दा उठाया जाना चाहिए। प्रसाद ने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दुओं की स्थिति सचमुच ही बहुत दयनीय है। शकील अहमद ने निराधार और राजनीतिक मर्यादा के खिलाफ टिप्पणी की है। भाजपा इसकी निंदा करती है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 5, 2013, 00:13