Last Updated: Thursday, August 2, 2012, 23:30

नई दिल्ली : भाजपा ने पुणे में कल हुए विस्फोटों की निंदा करते हुए गुरुवार को कहा कि संप्रग सरकार इस मामले को गंभीरता से ले और वोट बैंक तथा तुष्टिकरण की राजनीति को छोड़कर आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने का दृढ़ संकल्प करे। उसने कहा कि अन्य मुद्दों पर उसके सरकार से चाहे कितने मतभेद हों लेकिन आतंकवाद से लड़ाई में वह उसके साथ है।
पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज़ हुसैन ने यहां कहा कि पुणे में कल हुए श्रृंखलाबद्ध विस्फोट इस बात की चेतावनी हैं कि भारत को आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को मज़बूती देनी है। सरकार इस बात को गंभीरता से ले। कम तीव्रता वाले इन विस्फोटों के संदर्भ में मुख्य विपक्षी दल ने कहा किमुद्दा यह नहीं है कि ये विस्फोट कम तीव्रता या अधिक तीव्रता वाले थे। मुद्दा यह भी नहीं है कि इसमें कितने लोग घायल या मृत हुए। मुद्दा यह है कि आतंकवाद से लड़ने की हमारी इच्छा शक्ति कितनी प्रबल है।
शाहनवाज़ ने कहा कि बहुत सारे मुद्दों पर भाजपा के केन्द्र से मतभेद हैं। लेकिन इसके बावजूद जहां तक आतंकवाद से लड़ने का सवाल है पार्टी हमेशा सरकार के साथ है। लेकिन कांग्रेस पार्टी को आतंकवाद के मुद्दे पर तुष्टिकरण की राजनीति नहीं खेलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुंबई में 26/11 के आतंकी हमले के बाद शिवराज पाटिल की जगह पी. चिदंबरम को गृह मंत्री बनाया गया था। लेकिन चिदंबरम के कार्यकाल में देश में नौ आतंकी हमले हुए और इनमें किसी भी मामले में अब तक सजा नहीं हुई है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सुशील कुमार शिंदे के गृह मंत्री बनने के दिन ही पुणे में श्रृंखलाबद्ध विस्फोट हुए और अब देखना है कि वह क्या करते हैं।
भाजपा ने विस्फोटों की निंदा करते हुए यह भी कहा कि संप्रग सरकार इस मामले को गंभीरता से ले और वोट बैंक तथा तुष्टिकरण की राजनीति को छोड़कर आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ का दृढ़ संकल्प करे। उसने कहा कि अन्य मुद्दों पर उसके सरकार से चाहे कितने मतभेद हों लेकिन आतंकवाद से लड़ाई में वह उसके साथ है।
भाजपा ने कहा कि मुद्दा यह नहीं है कि ये विस्फोट कम तीव्रता या अधिक तीव्रता वाले थे। मुद्दा यह भी नहीं है कि इसमें कितने लोग घायल या मृत हुए। मुद्दा यह है कि आतंकवाद से लड़ने की हमारी इच्छा शक्ति कितनी प्रबल है। शाहनवाज़ ने कहा कि बहुत सारे मुद्दों पर भाजपा के केंद्र से मतभेद हैं। लेकिन इसके बावजूद जहां तक आतंकवाद से लड़ने का सवाल है पार्टी हमेशा सरकार के साथ है। लेकिन कांग्रेस पार्टी को आतंकवाद के मुद्दे पर तुष्टिकरण की राजनीति नहीं खेलनी चाहिए।
First Published: Thursday, August 2, 2012, 23:30