Last Updated: Wednesday, May 23, 2012, 21:16
मुम्बई: आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले की जांच कर रही न्यायिक समिति ने महाराष्ट्र के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों को अगले महीने अपने समक्ष पेश होने के लिए बुधवार को सम्मन भेजा। विलासराव देशमुख को जहां 21 और 22 जून को अदालत के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है, वहीं सुशील कुमार शिंदे को 25 और 26 जून को पेश होने के लिए कहा गया है।
महाराष्ट्र के एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को बुधवार को ही समिति के समक्ष पेश होना था, लेकिन वह पेश नहीं हो पाए। उन्होंने पेशी से छूट का अनुरोध किया है। बम्बई उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति जे. ए. पाटील और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्य सचिव की दो सदस्यीय समिति ने चव्हाण की अनुपस्थिति के सम्बंध में फैसला टाल दिया।
घोटाले का खुलासा होने के बाद चव्हाण ने नौ नवम्बर, 2010 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बम्बई उच्च न्यायलय में सौंपी गई रिपोर्ट में कहा है कि राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों शिंदे, देशमुख तथा चव्हाण के पास आदर्श सोसाइटी में `बेनामी` फ्लैट हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने इस घोटाले में चव्हाण सहित 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
न्यायिक समिति ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट में कहा था कि जिस भूमि पर आदर्श सोसाइटी बनी है वह राज्य सरकार की है। यह रक्षा मंत्रालय के दावे के उलट है, जिसका कहना है कि आदर्श सोसाइटी सेना की जमीन पर बनी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 23, 2012, 21:16