Last Updated: Friday, August 24, 2012, 13:39
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के 20 खातों को बंद करने का फैसला किया है। पूर्वोत्तर के नागरिकों के खिलाफ फैल रही अफवाहों को रोकने की आड़ में ब्लॉक किए गए खातों में संघ परिवार के मुखपत्र पांचजन्य और प्रवीण तोगड़िया के खाते भी शामिल हैं।
दिलचस्प बात यह है कि फेसबुक के पन्नों और ट्विटर अकाउंटों को बंद करने की अफरा-तफरी में सरकार ने अपने एक मंत्री मिलिंद देवड़ा का भी ट्विटर हैंडल बंद कर दिया गया है। मिलिंद देवड़ा केंद्र सरकार में संचार एवं सूचना प्रोद्योगिकी विभाग के राज्य मंत्री हैं। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो सका है कि मिलिंद देवड़ा का ट्विटर हैंडल सरकारी आदेश से बंद हुआ है या ट्विटर ने ही उनके खाते को निलंबित किया है। इससे पहले असम मामले में सरकार ने कुछ ट्विटर खाते बंद करवाए थे जिसमें पत्रकार शिव अरुर और कंचन गुप्ता के ट्विटर अकाउंट भी शामिल हैं। अल जजीरा का ट्विटर खाता भी इसमें शामिल है।
दूरसंचार मंत्रालय ने यह फैसला 18 अगस्त से 21 अगस्त के बीच लिया। सरकार की ओर से की गई इस कार्रवाई पर दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने देश में ट्विटर का सर्वर न होना समस्या बताया है। सिब्बल ने माना कि फेसबुक और गूगल इस काम में सहयोग कर रहे हैं लेकिन स्थायी हल के लिए तमाम स्टेक होल्डर्स से बात करनी होगी।
इससे पहले गुरुवार को सूचना मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा था कि टि्वटर को 28 खाते तत्काल प्रभाव से बंद करने होंगे। उन्होंने कहा कि टि्वटर ये साफ करे कि वह ऐसा करेगा या नहीं। इस बीच यह भी खबर है कि प्रधानमंत्री के नाम पर बने 6 फर्जी फेसबुक पेज अब तक सक्रिय हैं। सूत्रों के हवाले से ये भी खबर है कि सरकार ने सभी अधिकारियों को एक आदेश जारी कर कहा है कि वे विभाग से संबंधित गुप्त या अपुष्ट जानकारी किसी भी सोशल नेटवर्किंग साइट पर ना डालें। मंत्रालय ने इस बारे में 38 पेज की गाइड लाइन जारी की है।
First Published: Friday, August 24, 2012, 13:39