Last Updated: Tuesday, January 29, 2013, 23:24
नई दिल्ली: टू जी घोटाले से जुड़ी कैग की रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया में शामिल रहे पूर्व ऑडिटर आर पी सिंह ने एक संसदीय समिति को बताया कि उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें रिपोर्ट तैयार करने के लिए जरूरी आंकड़े जुटाने की खातिर एक खास फील्ड अधिकारी का नाम सुझाने को कहा था और इसके एवज में उन्हें विदेश में तैनात करने की पेशकश की थी ।
टू जी मामले पर गठित संयुक्त संसदीय समिति के सामने पूछताछ के लिए पेश हुए पूर्व महानिदेशक, ऑडिट (डाक एवं दूरसंचार) सिंह ने कहा कि विदेश में तैनाती पाने के लिए उनके वरिष्ठ अधिकारियों ने उनसे फील्ड अधिकारी राजेंद्र कुमार का नाम सुझाने को कहा था ।
कैग की 2जी संबंधी रिपोर्ट तैयार करने के लिए राजेंद्र कुमार ने ही ज्यादातर फील्ड ड्यूटी की थी । बैठक के बाद, कुछ कांग्रेस सदस्यों ने नाम का सुझाव दिए जाने को लालच देने का तरीका करार दिया ।
सिंह ने यह दावा किया कि उनकी ओर से 36,000 करोड़ रुपए के नुकसान के आंकड़े की गणना की गयी थी लेकिन कैग की अंतिम रिपोर्ट में अनुमानित नुकसान का आंकड़ा 1.76 लाख करोड़ दर्शाया गया । (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 29, 2013, 23:24