Last Updated: Monday, May 14, 2012, 03:50
गाजियाबाद: निचली अदालत ने आरोपियों को जांच से जुड़े कागजात देने के मुद्दे पर बचाव एवं अभियोजन पक्ष के बीच तीखी बहस के बाद नोएडा के बहुचर्चित आरुषि और हेमराज हत्याकांड मामले की सुनवाई सोमवार को 16 मई तक के लिए टाल दी। अगर निचली अदालत दोबारा आवेदन करने के बाद जरूरी कागजात उपलब्ध कराने का आदेश नहीं देती है तो मामले के आरोपी आरुषि के माता-पिता दंत चिकित्सक नूपुर तलवार एवं राजेश तलवार इलाहाबाद हाईकोर्ट में पुर्नीक्षण याचिका दायर कर सकते हैं। अदालत ने आरोपियों को दस्तावेज सौंपने के आदेश दिए थे।
लेकिन केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तलवार दम्पति को कुछ ही दस्तावेज सौंपे। इसपर बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने कहा कि आरोपियों की बेगुनाही को सिद्ध करने के लिए ये कागजात अपर्याप्त हैं। तलवार दम्पति ने गाजियाबाद के सत्र न्यायाधीश एस लाल की अदालत में दोबारा आवेदन पेश कर इन कागजातों को उपलब्ध कराने की प्रार्थना की है।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता विजय पाल सिंह राठी ने कहा कि आरोपियों को जांच से सम्बंधित सभी कागजातों को पाने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि सीबीआई उन दस्तावेजों को भी नहीं दे रही है जिसके आधार पर सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रीति सिंह ने तलवार दम्पति के खिलाफ सम्मन जारी किया था। राठी ने कहा कि अगर हमें यहां न्याय नहीं मिला तो उच्च न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी। 16 मई को आरुषि और तलवार परिवार के नौकर हेमराज की हत्या को चार वर्ष हो जाएंगे।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 14, 2012, 16:27