Last Updated: Wednesday, April 25, 2012, 11:00
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली: मानहानि की याचिका दायर करने के बाद रिटायर्ड लेफ्टिनेंट तेजिंदर सिंह ने अब आर्मी चीफ के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कथित घूस की पेशकश मामले में पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह ने सेनाध्यक्ष वीके सिंह के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है।
उन्होंने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में दायर अर्जी में कहा है कि उन्हें इस बात का शक है कि आर्मी चीफ जनरल वी के सिंह के इशारे पर उनका फोन भी टैप किया गया और उन्होंने इस मामले की भी सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है। इससे पहले वीके सिंह ने तेजिंदर सिंह के खिलाफ घूस की पेशकश का आरोप लगाया था जिससे राजनैतिक गलियारों में हड़कंप मच गया था। सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने अपने बयान में कहा था कि सेना के लिए भारी ट्रक की खरीद में उनको 14 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की गई थी, जिसकी शिकायत उन्होंने रक्षा मंत्री एके एंटनी से की थी।
कथित रिश्वत पेशकश मामले में पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह की मानहानि याचिका पर सुनवाई सुनवाई 26 अप्रैल को होगी। सरकार पहले ही रक्षा मंत्री के कार्यालय में जासूसी उपकरण लगाए जाने की खबरों से इंकार कर चुकी है। यह याचिका सेना प्रमुख द्वारा टाट्रा ट्रकों की खरीद के लिए तेजिंदर सिंह पर उन्हें 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश किए जाने के बाद दायर की गई है। सेना प्रमुख की शिकायत के बाद सीबीआई ने मामले में जांच शुरू की।
उन्होंने सेना प्रमुख पर महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए ‘राजनैतिक बयान’ देकर पेशेवर कदाचार करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब केंद्र ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेना की मदद मांगी थी तो सेना प्रमुख ने कहा था कि देश में माओवाद की समस्या सरकार द्वारा पैदा की हुई है। तेजिंदर सिंह ने अपनी याचिका में सेना प्रमुख को भी पक्षकार बनाया है। उन्होंने पहले ही जनरल वी के सिंह और सेना के चार अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ निचली अदालत में आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया है। इस मामले में अदालत का फैसला कल आने की उम्मीद है कि क्या वह सेना प्रमुख को तलब कर सकती है या नहीं।
First Published: Thursday, April 26, 2012, 09:19