Last Updated: Saturday, April 7, 2012, 09:13
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली: सेना के मसले पर ताबड़तोड़ एक के बाद एक विवाद की असली वजह दरअसल सेना की अंदरूनी गुटबाजी से ज्यादा कुछ और ही नजर आती है। सूत्रों के मुताबिक दरअसल असली निशाने पर रक्षा मंत्री एके एंटनी हैं।
सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री एंटनी और आर्मी चीफ वीके सिंह अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते है। आर्म्स लॉबी को ईमानदार एंटनी फूटी आंख नहीं सुहा रहे हैं। जानकारों के मुताबिक इन विवादों से उन्हें एक अक्षम रक्षा मंत्री और राजनीतिक नेतृत्व व सेना के बीच संतुलन रखने में नाकाम साबित करने की कोशिश की जा रही है।
रक्षा मंत्री एके एंटनी के सख्त रुख की वजह से आर्म्स लॉबी, बिचौलिओं, विदेशी सरकारों और हथियार कंपनियों में हड़कंप मचा हुआ है। पिछले महीने ही एंटनी ने 6 हथियार कंपनियों को 10 साल के लिए पाबंदी लगा दी है जिसमें इजरायल, रूस, सिंगापुर की चार विदेशी फर्म भी शामिल थीं।
विभिन्न रक्षा सौदों पर उठ रहे सवालों के बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कुछ ही दिनों पहले अपने बयान में कहा था कि उनकी सरकार उन सभी रक्षा सौदे को रद्द कर देगी जिसमें कुछ गलत हुआ होगा। एंटनी ने यह भी कहा था कि खरीद की प्रक्रिया में यदि यह किसी भी स्तर पर पता चल जाता है कि कुछ गलत किया गया है तो हम सौदे को रद्द कर देंगे। उन्होंने कहा कि यहां तक कि सौदे पर हस्ताक्षर करने के बाद भी अगर कुछ गलत होने की बात सामने आती है तो हम उसे रद्द कर देंगे। हमने भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद कई सौंदों को रद्द किया है।
First Published: Saturday, April 7, 2012, 19:31