Last Updated: Tuesday, May 22, 2012, 11:52
नई दिल्ली : भारत ने मंगलवार को साफ कर दिया कि वह हत्या के आरोप में केरल में दो इतालवी मरीनों के खिलाफ चल रहे मुकदमे में हस्तक्षेप नहीं करेगा। विदेश मंत्री एसएम कृष्णा से जब दो इतालवी मरीनों लातोर मस्सिमिलियानो और साल्वातोर गिरोन के खिलाफ हत्या का आरोप तय किए जाने और जमानत नहीं दिए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया चल रही है और भारत सरकार उस प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए कभी नहीं जानी जाती।
इस मामले ने रोम और नई दिल्ली के बीच कूटनीतिक विवाद को बढ़ा दिया है। कृष्णा की टिप्पणी इतालवी प्रधानमंत्री मारियो मोंटी के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत में केरल में अपने देश के दो मरीनों को हिरासत में लिए जाने पर चिंता जताने के एक हफ्ते बाद आई है। इन दोनों पर दो मछुआरों की हत्या का आरोप है।
विदेश मंत्री ने इस बात का भी खंडन किया कि इस मुद्दे पर इटली से कोई दबाव है। यह पूछे जाने पर कि क्या इटली की तरफ से कोई दबाव है तो कृष्णा ने कहा कि बिल्कुल नहीं। मरीन मुद्दे पर विचार-विमर्श के लिए इटली ने भारत में पदस्थापित अपने राजदूत को तलब किया था। साथ ही रोम में विदेश मंत्रालय ने भारतीय राजदूत देवव्रत साहा को तलब किया था। दोनों मरीनों को केरल तट से दूर एनरिका लेक्सी जहाज पर यात्रा करने के दौरान गोलीबारी में दो भारतीय मछुआरों की हत्या करने के चार दिन बाद 19 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने मछुआरों के जलदस्यु होने के संदेह में गोलीबारी की थी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 23, 2012, 01:22