‘इन्फैंट्री की आधुनिकीकरण परियोजना तेज हो’

‘इन्फैंट्री की आधुनिकीकरण परियोजना तेज हो’

नई दिल्ली : भारतीय सेना के एक पूर्व अधिकारी ने पैदल सैनिकों को ‘एक आत्मनिर्भर लड़ाकू मशीन’ बनाकर उनकी मारक क्षमता और गतिशीलता बढ़ाने की परियोजना को गति दिए जाने पर जोर दिया और कहा कि पैदल सेना के आधुनिकीकरण के लिए जो किया जाना था तथा वह अब तक नहीं किया गया है।

भारतीय सेना के विशेष बलों के एक पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल प्रकाश कटोच ने कहा,‘एफ-इंसास (फ्यूचर इंफैंट्री सोल्जर एज ए सिस्टम) परियोजना को न केवल गति दिए जाने की जरूरत है बल्कि इस बात की पूर्ण समीक्षा की जरूरत है कि क्या इससे आगे बढ़कर पूरे सुरक्षा क्षेत्र के सैनिकों के आधुनिकीकरण की जरूरत है। इसमें अर्धसैनिक बल और पुलिस बल के जवान भी शामिल हैं।’

उन्होंने इस बात का सुझाव दिया कि उग्रवाद और आतंकवाद के खिलाफ अभियानों में शामिल सभी सैनिकों, अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों की राष्ट्रीय स्तर पर एक जैसी कार्यप्रणाली बनाए जाने की जरूरत है।

रक्षा मामलों की पत्रिका ‘इंडियन डिफेंस रिव्यू’ में लिखे अपने लेख में कटोच ने कहा कि पैदल सैनिकों के बोझ को घटाने और पैदल सैनिकों की कार्यकुशलता को सुधारने के लिये सतत प्रयास की जरूरत है ताकि उनकी मारक क्षमता और गतिशीलता को बढ़ाकर उन्हें ‘एक आत्मनिर्भर लड़ाकू मशीन’ में तब्दील किया जा सके।

उन्होंने कहा कि एफ-इंसास कार्यक्रम के तहत हथियार, शरीर को बचाने वाले कवच, सभी मौसम में इस्तेमाल किए जाने वाले कपड़े, रात में देखने वाले उपकरण, रेडियो, और आईटी कनेक्टविटी (जैसे पामटॉप जीपीएस उपरक) मुहैया कराए जाने हैं। (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 3, 2013, 12:31

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