Last Updated: Monday, December 19, 2011, 14:04
मुंबई : इशरतजहां के कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में जांच कर रहे विशेष जांच दल ने एम्स और सीएफएसएल के फोरेंसिक विशेषज्ञों के बोर्ड द्वारा की गई गलत व्याख्या की शिकायत की है।
एसआईटी प्रमुख राजीव रंजन वर्मा ने सीबीआई के समक्ष दाखिल 22 पन्नों की शिकायत में कहा कि विशेषज्ञों के बोर्ड ने अपराध स्थल के नाट्य रूपांतरण के लिए मानदंडों की गलत व्याख्या की। बोर्ड में एम्स के फोरेंसिक मेडिसिन तथा टॉक्सिकोलाजी विभाग के प्रमुख डॉ टी डी डोगरा और सीएफएसएल के निदेशक राजिंदर सिंह शामिल हैं।
शिकायत के मुताबिक, उन्होंने (मेडिकल विशेषज्ञों ने) गलत तरह से जानकारी दी कि अमजद अली का शव इंडिका कार से 20 फुट पीछे था जबकि रिकार्ड में स्पष्ट है कि यह 12 फुट की दूरी थी और बोर्ड को नाटकीय रूपांतरण के दौरान भी सही स्थिति दर्शायी गई थी। एसआईटी की शिकायत पर सीबीआई ने मामले में जांच के लिए नवी मुंबई में प्राथमिकी दर्ज की।
जब डा. डोगरा से इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होंने एसआईटी के परिणामों पर बात करने से इनकार कर दिया और कहा कि उनके नतीजे जांच दल के परिणामों पर आधारित थे। उन्होंने कहा कि हालांकि एसआईटी के परिणाम दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
(एजेंसी)
First Published: Monday, December 19, 2011, 21:34