Last Updated: Monday, April 8, 2013, 17:32
नई दिल्ली : अपनी गतिविधियों में उद्योग को शामिल करने की दिशा में आगे बढते हुए इसरो अगले पांच साल में निजी क्षेत्र की तरफ से तैयार पहला रॉकेट छोड़ने की योजना बना रहा है।
इसरो के अध्यक्ष के राधाकृष्णन से जब पूछा गया कि पीएसएलवी और संचार उपग्रहों के निर्माण के लिए उद्योग को शामिल करने को लेकर एजेंसी की क्या योजनाएं हैं, उन्होंने कहा कि इस पर किस तरह काम हो हम इसके लिए एक राष्ट्रीय कमेटी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष एजेंसी ने जनवरी में अहमदाबाद में उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में कहा था कि पीएसएलवी और संचार उपग्रहों के निर्माण के लिए उनकी ओर देखा जा रहा है।
राधाकृष्णन ने कहा कि मेरा लक्ष्य अब से पांच साल का है। अब से पांच साल में पहला पीएसएलवी उस तरफ से आएगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित राष्ट्रीय कमेटी राजस्व मॉडल, तकनीकी हस्तांतरण और इससे संबंधित मसलों सहित विभिन्न कदमों पर गौर करेगी।
अंतरिक्ष एजेंसी अनूठी विज्ञान परियोजनाओं, रिमोट सेंसिंग उपग्रहों को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। संचार उपग्रह विकसित करने में उद्योग की भागीदारी 80 फीसदी तक है। यदि उपग्रह और प्रक्षेपण यान का निर्माण उद्योग की तरफ से होता है तो इसरो वैज्ञानिक अध्ययन केंद्रित गतिविधियों में ध्यान लगा पाएंगे। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 8, 2013, 17:32