Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 09:30

नई दिल्ली : उत्तर भारत में बुधवार को को दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान के कुछ भागों में हल्की से मूसलाधार बारिश का दौर जारी रहा। बुधवार को भारी बारिश के कारण दिल्ली और एनसीआर में जगह-जगह पर पानी भर गया और लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
वहीं, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर खतरे के निशान पर पहुंच गए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ रही है। दिल्ली में लगातार तीसरे दिन बुधवार को जोरदार बारिश हुई जिससे अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे 31.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। मौसम विभाग के अनुसार सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक 36.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
भारतीय मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि बुधवार को बादल छाए रहेंगे। दिन में दो मौकों पर बारिश हो सकती है। कुछ इलाकों में जोरदार बारिश के आसार हैं।
बीते दिन भी शाम से शुरू हुई जबरदस्त बारिश के कारण रिंग रोड सहित अन्य प्रमुख सड़कों पर लम्बा जाम लग गया।
उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में कुछ दिनों से हो रही बारिश से लोगों को उमस से राहत मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान सूबे के पश्चिमी इलाकों में बारिश होने की उम्मीद है। बारिश की वजह से जहां एक ओर कई जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है तो वहीं कुछ जिलों में किसानों को काफी फायदा हुआ है।
उत्तर प्रदेश मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक जे.पी. गुप्ता ने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी इलाकों में बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को राजधानी लखनऊ का अधिकतम तापमान 32़ 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नेपाल से छोड़े गए पानी और बारिश के चलते शारदा, घाघरा, सरयू सहित कई नदियां पूरी तरह से उफान पर हैं, जिससे प्रदेश के उत्तरी एवं पूर्वी क्षेत्र के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बाराबंकी, बहराइच, सीतापुर, बलिया, गोरखपुर जिलों में घाघरा नदी का जलस्तर लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है।
बाराबंकी में घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाराबंकी के अलावा सीतापुर और बहराइच में घाघरा और शारदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। बहराइच में कटान रोकने के लिए बालू की बोरियां डाली जा रही हैं। इस बीच बलिया, गाजीपुर और बनारस में भी गंगा नदी उफान पर है।
मध्य प्रदेश में बारिश का आंकड़ा औसत स्तर को पार कर गया। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में जोरदार बारिश की चेतावनी जारी की है। नर्मदा, चम्बल, केन और टमस नदी खतरे के निशान के पास बह रही हैं। प्रमुख जलाशय का जल-स्तर तो पूर्ण होने के कारण जलाशयों के गेट खुलने का सिलसिला भी जारी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 09:25