Last Updated: Tuesday, June 25, 2013, 19:14
पटना : केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने उत्तराखंड सरकार से कहा था कि वह बाढ़ प्रभावित इलाकों में किसी भी अति विशिष्ट व्यक्ति (वीआईपी) को आने की अनुमति न दे ताकि राहत कार्यों में कोई बाधा न आए।
शिंदे ने आज संवाददाताओं को बताया कि मैंने उत्तराखंड की सरकार से कहा था कि वह मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के अलावा किसी भी वीआईपी को राज्य के बारिश प्रभावित इलाकों में आने न दे ताकि सुरक्षा बल उनकी देखभाल में व्यस्त होने के बजाय अपना ध्यान तीर्थयात्रियों के राहत और पुर्नवास के कार्यों पर लगा सकें।
शिंदे ने कहा कि मुझे खुशी है कि सभी वीआईपी लोगों ने इस निर्देश का पालन किया। गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने भी गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह बिना कहीं विमान उतारे प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण ही किया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्षा सोनिया गांधी ने भी पिछले सप्ताह आई बारिश और बादल फटने के कारण मची तबाही का हवाई सर्वेक्षण किया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण तबाह हुए उत्तराखंड में तेज गति से चल रहे राहत कार्यों की वजह से स्थिति में सुधार आ रहा है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ और बद्रीनाथ से हजारों श्रद्धालुओं को निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए 37 हेलीकॉप्टर तैनात हैं।
उन्होंने कहा कि पहले तीन-चार दिन स्थिति बहुत दुखद थी लेकिन अब उत्तराखंड की स्थिति में काफी सुधार है। शिंदे नेपाल सीमा पर स्थित सुपौल में सशस्त्र सीमा बल के प्रशिक्षण केंद्र की आधारशिला रखने और 552 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल सीमा पर सड़क निर्माण का काम शुरू करवाने के लिए जा रहे थे। सुपौल की यात्रा में गृहमंत्री के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी थे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 25, 2013, 19:14