Last Updated: Wednesday, August 14, 2013, 23:31

नई दिल्ली : चीन सेना की घुसपैठ की घटनाओं की पृष्ठभूमि में रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बुधवार को कहा कि भारत उत्तरी क्षेत्र में चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी सैन्य क्षमताएं और मजबूत करने का प्रयास कर रहा है।
स्वतंत्रता दिवस पर अपने रस्मी भाषण में रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार उत्तरी क्षेत्र में हमारी क्षमताओं को और बढ़ाने का प्रयास कर रही है। हम इस क्षेत्र में आधारभूत ढांचा मजबूत करने को शीर्ष प्राथमिकता दे रहे हैं। इस मकसद से सीमा सड़कों, सामरिक पुलों और हवाई पट्टियों का निर्माण और उन्नयन किया जा रहा है। हम भू एवं समुद्री सीमाओं के इर्द गिर्द अपनी क्षमताएं बढ़ा रहे हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना की पैदल और शस्त्रागार इकाइयों को आधुनिक बनाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं ताकि वह बदले हुए माहौल में बेहतर तरीके से काम कर सकें। इसके साथ ही भू एवं समुद्री सीमाओं के इर्द गिर्द अन्य क्षमताओं का विकास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उपमहाद्वीप के सुरक्षा हालात ज्यादा उत्साहवर्धक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि भारत की संप्रभुता को उसकी विशाल समुद्री सीमा से सबसे अधिक खतरा है। एंटनी ने कहा कि इसे देखते हुए हमारी सरकार ने हमारी तटीय सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए समुद्री गश्त और वायु सुरक्षा तंत्र की कमियों को दूर करने की दिशा में कार्य किया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 14, 2013, 23:31