Last Updated: Thursday, June 6, 2013, 10:36

नई दिल्ली : गुजरात के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का 2014 आम चुनाव के मद्देनजर पार्टी का प्रचार प्रमुख बनना तय है।
रिपोर्ट के अनुसार, अगले आम चुनाव में पार्टी का आधिकारिक चेहरा बनने के लिए मोदी रेस में सबसे आगे हैं। इस बात की संभावना अब काफी बढ़ी है कि उन्हें (मोदी) बीजेपी के प्रचार कमेटी का प्रमुख बनाया जाएगा।
गुजरात में दो लोकसभा और चार विधानसभा सीटों के लिए हुए उप-चुनाव में सभी पर भाजपा को मिली शानदार जीत की पृष्ठभूमि में नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से यहां मुलाकात की। ऐसी संभावना है कि गोवा में शनिवार से होने जा रही पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी के नेतृत्व में भाजपा की प्रचार समिति के गठन की घोषणा की जा सकती है। मोदी आंतरिक सुरक्षा पर केन्द्र की ओर से आयोजित मुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल होने दिल्ली आए हुए थे।
सूत्रों ने बताया कि दोनों के बीच गोवा कार्यकारिणी की बैठक और उसमें 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की प्रचार समिति का गठन किए जाने को लेकर चर्चा हुई। बताया जाता है कि अधिकांश पार्टी कार्यकर्ता मोदी को प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने के पक्ष में हैं, लेकिन वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को इसमें कुछ आपत्ति है।
सूत्रों के अनुसार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में यह विचार भी हो रहा है कि क्यों न पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए अलग प्रचार समिति बना दी जाए और आगामी लोकभा चुनावों के लिए अलग। एक विचार यह भी है कि दोनों के लिए एक ही प्रचार समिति का गठन हो। विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख के लिए आडवाणी ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी का नाम सुझाया था, लेकिन गडकरी ने राजनाथ सिंह को संदेश दिया है कि उनकी इसमें रुचि नहीं है। ऐसे में पार्टी अब एक ही प्रचार समिति का गठन कर सकती है जो आगामी लोकसभा चुनाव को देखेगी। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यह समिति पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखेगी या नहीं।
गुजरात उपचुनाव नरेंद्र मोदी के लिए बहुत बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा ने पोरबंदर और बनासकांठा लोकसभा सीटें और लिम्बाड़ी, मोरवा हदफ एवं जेतपुर की तीन विधानसभा सीटें जीत ली जिससे मोदी की लोकप्रियता पर एक और मुहर लग गयी है। ये सभी सीटें कांग्रेस के पास थीं। मोदी को जीत का इतना विश्वास था कि वह पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने भी नहीं गए। चुनाव नतीजे से खुश मोदी ने दो लोकसभा सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की हार को अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव से पहले केंद्र के सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के लिए ‘जनाक्रोश की झलक’ और ‘अल्टीमेटम’ बताया।
First Published: Thursday, June 6, 2013, 10:36