Last Updated: Monday, February 11, 2013, 14:38

नई दिल्ली : भाजपा ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर आरोप लगाया कि वह अफजल गुरू को फांसी दिए जाने के मामले में अपने राज्य में हालात को भड़का रहे हैं।
पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने यहां संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उक्त आरोप लगाए जाने के साथ कांग्रेस से कहा कि वह अब्दुल्ला के इस रूख पर स्पष्टीकरण दे क्योंकि जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री संप्रग का हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला के इंटरव्यू की हम कड़ी निंदा करते हैं क्योंकि उसमें भारत की संसद पर हमला करने की साजिश में शामिल आतंकवादी के प्रति सहानुभूति का स्वर है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 45वीं पुण्य तिथि के अवसर पर यहां भाजपा मुख्यालय में आयोजित समारोह के बाद जावडेकर ने यह बात कही, जिसमें लालकृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता आए थे।
राजग सरकार में मंत्री रह चुके अब्दुल्ला की आलोचना करते हुए पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि अफज़ल के मामले में ‘‘भेदभाव का मुद्दा उठाना, कश्मीर घाटी में हालात को भड़काने के अलावा और कुछ नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि जब देश अफज़ल को फांसी दिए जाने पर ‘‘राहत’’ महसूस कर रहा हो ऐसे समय एक मुख्यमंत्री की ओर से दिए गया ऐसा बयान ‘‘पूर्णत: अस्वीकार्य’’ है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम उमर अब्दुल्ला के बयान की निंदा करते हैं और कांग्रेस से जानना चाहते हैं कि क्या वह जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री की बात से सहमत है।
अब्दुल्ला ने कल एक इंटरव्यू में अफज़ल को फांसी दिए जाने के तरीके पर सवाल उठाते हुए इस बात को एक ‘‘त्रासदी’’ बताया था कि फांसी के फंदे पर चढ़ाए जाने से पहले उसे उसके परिजनों ने नहीं मिलने दिया गया। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारों को फांसी क्यों नहीं दी गई जो अफजल से पहले के मामले हैं। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 11, 2013, 14:38