Last Updated: Sunday, March 24, 2013, 11:22

नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से बातचीत कर मांग की कि हिज्बुल मुजाहिदीन के कथित आतंकवादी लियाकत शाह की गिरफ्तारी के मामले को दिल्ली सरकार से एनआईए को स्थानांतरित किया जाए ताकि इस मामले की ‘समयबद्ध और तेजी से जांच की जा सके।’ मुख्यमंत्री ने फोन पर शिंदे से यह मामला उठाया। गृहमंत्री, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ महाराष्ट्र में हैं।
उमर ने यहां कहा, ‘मैंने उनसे बात की है और इस मामले की एनआईए से तेजी से तथा समयबद्ध तरीके से जांच कराने के लिए कहा है।’ यह विवाद उस समय उत्पन्न हुआ जब लियाकत शाह को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और दावा किया कि यह हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकवादी है जो राष्ट्रीय राजधानी में आत्मघाती हमला करने की योजना बनाने के लिए आया था।
इस बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने दिल्ली पुलिस के आरोप का खंडन किया और कहा कि वह आत्मसमर्पण के लिए घाटी लौट रहा था। लियाकत के कुपवाड़ा जिले के लालपूरा स्थित परिवार ने भी कहा है कि उन्होंने वापसी के बारे में अधिकारियों को बता दिया था जो इस पर सहमत हो गए थे। कश्मीरी युवा लियाकत वर्ष 1990 के दशक में सीमा पार कर पाक अधिकृत कश्मीर चला गया था और अब वह नेपाल के रास्ते लौट रहा था।
परिवार के सदस्यों ने दावा किया है कि लियाकत ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के रास्ते भारत में प्रवेश किया और सीमा की सुरक्षा कर रहे एसएसबी के समक्ष खुद को पेश किया। इस बीच राज्य पुलिस को दिये जाने के बजाय उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया। सूत्रों ने कहा कि लियाकत की गिरफ्तारी पाक अधिकृत कश्मीर के युवाओं को हिंसा के रास्ते को छोड़ने और राष्ट्रीय मुख्यधारा में शामिल होने से रोक सकता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 24, 2013, 00:00