उम्र विवाद सेना की देन: एंटनी व जनरल - Zee News हिंदी

उम्र विवाद सेना की देन: एंटनी व जनरल



ज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

 

नई दिल्ली :  रक्षा मंत्री एके एंटनी से सहमति व्यक्त करते हुए सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने मंगलवार को कहा कि उनकी आयु को लेकर चल रहा विवाद सेना की देन है। उन्होंने इस सुझाव को खारिज कर दिया कि उनकी आयु के मुद्दे पर रक्षा मंत्रालय के ताजा पत्र का जवाब देने में सेना की ओर से विलंब हुआ। उन्होंने कहा कि सब कुछ बटन दबाने मात्र से नहीं हो जाता। जनरल सिंह ने कहा कि रक्षा मंत्री का यह कहना सही है कि उनकी आयु के विवाद को लेकर सेना जिम्मेदार है।

 

सेना प्रमुख ने यहां संवाददाताओं से कहा कि निश्चित तौर, यह सेना के तहत ही है। 36 साल के बाद आप अचानक एक मुद्दा उठा देते हैं। इसमें कुछ गड़बड़ी है। उन्होंने यह बात रक्षा मंत्री के आज सुबह दिए गए बयान के बारे में पूछने पर कही। उनसे यह भी पूछा गया था कि क्या असली गड़बड़ी सेना ने की है। जनरल सिंह ने कहा, ‘हां, सेना में एक समस्या है, वह सही हैं। इस बारे में कोई संदेह नहीं है।’ सेना प्रमुख ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार का विवाद कभी पैदा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए गए हैं।

 

जनरल सिंह ने कहा कि समस्याओं को दूर किया जाना चाहिए था। दोनों शाखाओं के बीच समन्वय की समस्या थी। मैं यह बात पहले भी कह चुका हूं कि इस बात को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए थे, जिससे भविष्य में इस तरह की चीजों की पुनरावृत्ति नहीं हो।

 

इससे पहले, रक्षामंत्री एके एंटनी ने जनरल वीके सिंह की आयु से संबंधित विवाद के लिए सेना को जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार को कहा कि यह स्थिति इसलिए पैदा हुई क्योंकि बल ने 36 साल से सेना प्रमुख की आयु के दो सेट रखे हुए थे । उन्होंने उल्लेख किया कि यह कोई असैन्य-सैन्य टकराव नहीं है।

 

एंटनी ने आयु विवाद पर यहां संवाददाताओं से अपनी पहली विस्तारित टिप्पणी में कहा कि 36 साल से एक ही संस्थान की दो शाखाएं दो जन्मतिथि रखे हुए थीं और इसीलिए विवाद पैदा हुआ। यह मामला इस समय सुप्रीम कोर्ट में है। एंटनी ने कहा कि यह दुर्भाग्यूपूर्ण है कि वर्षों से यह एक साथ चलता रहा लेकिन मैं आपमें से कुछ की इस बात से सहमत नहीं हूं कि यह कोई असैन्य-सैन्य विवाद है।

 

उन्‍होंने कहा कि इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं थी क्योंकि यह विसंगति सबसे पहले 2006 में सेना मुख्यालय के संज्ञान में आई और इसे उसी स्तर पर पर निपटा दिया गया था और बाद में 2008 में क्रमश:  दो सेना प्रमुखों ने भी इसे सुलझा दिया था।

First Published: Tuesday, January 31, 2012, 23:50

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