Last Updated: Friday, September 13, 2013, 22:39
नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने आज कहा कि लोगों और विशेषकर स्कूली छात्रों के बीच उर्दू के प्रचार प्रसार में प्रौद्योगिकी का बढ़चढ़ कर इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उर्दू दैनिक नयी दुनिया की ओर से आयोजित एक समारोह में अंसारी ने कहा कि उर्दू के प्रसार में फिल्मों का बड़ा प्रभाव रहा है, लेकिन स्कूलों में उर्दू की पढ़ाई नहीं कर रही नयी पीढ़ी के बीच इस भाषा के प्रचार में प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में उर्दू पत्रकारिता का एक विशेष स्थान रहा है और इसका मिजाज अक्सर या ज्यादातर समय क्रांतिकारी ही रहा है। उन्होंने कहा, ‘उर्दू पत्रकारिता ने हर युग में अपनी क्रांतिकारी चरित्र का सुबूत दिया है और इसने क्रांति को नया जीवन प्रदान किया है। यहां कोई तोप या तलवार निकालने की जरूरत नहीं है, अच्छी पत्रकारिता के जरिए जो बातें कही जाती हैं, वह आमतौर पर अपने गंतव्य पर पहुंच ही जाती हैं।’ अंसारी ने कहा कि आमतौर पर भाषाएं मृत हैं, लेकिन ‘मसीहाओं’ ने इन भाषाओं को पुनर्जिवित किया है। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 13, 2013, 22:39