Last Updated: Friday, March 30, 2012, 03:45
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली: टाट्रा ट्रक पर डीएनए अखबार के नए खुलासे ने खलबली मचा दी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्री एके एंटनी को टाट्रा ट्रकों की खरीद में गड़बड़ी की जानकारी वर्ष 2009 से ही थी। सरकार में शामिल मंत्रियों की तरफ से भी इस सिलसिले में कई बार शिकायत दर्ज कराई गई। इसके बावजूद रक्षा मंत्री ने ध्यान नहीं दिया।
रक्षा मंत्री एंटनी ने राज्यसभा में कहा था कि सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने उन्हें घटिया क्वालिटी के 600 टाट्रा ट्रक की फाइल आगे बढ़ाने के लिए 14 करोड़ रुपए की रिश्वत पेशकश की बात मौखिक रुप से बताई थी। लिखित शिकायत करते तो कार्रवाई जरूर होती। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इसकी जानकारी सरकार में शामिल दो केंद्रीय मंत्रियों को भी थी।
डीएनए के पास मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक कर्नाटक के वरिष्ठ नेता डॉ. हनुमनथप्पा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भेजा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि बीईएमएल के सीएमडी वीआरएस नटराजन ने 6000 करोड़ रुपए का टाट्रा ट्रकों का ठेका सीधे उत्पादन कंपनी को न देते हुए उसके ब्रिटिश एजेंट को दिया था।
यह रक्षा खरीद से जुड़े दिशा-निर्देशों का उल्लंघन था। जिस पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने रक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा था। जवाब में रक्षा मंत्रालय ने जांच की बात कही थी। लेकिन यह भी कहा गया था जांच में समय लग सकता है।
First Published: Friday, March 30, 2012, 18:37