Last Updated: Saturday, May 4, 2013, 22:41
नई दिल्ली : रक्षा मंत्री एके एंटनी ने चीनी सैनिकों द्वारा लद्दाख में भारतीय भूमि घुसपैठ के मुद्दे के हल की दिशा में सरकार द्वारा उठाए गये कदमों के बारे में राष्ट्रपति को आज जानकारी दी। लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में चीनी सैनिकों ने अपने तंबू गाड़ रखे हैं।
सरकारी सूत्रों ने यहां बताया कि सेना के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति को घुसपैठ के मुद्दे और स्थिति से निपटने के लिए सशस्त्र बलों द्वारा उठाये गये कदमों को रक्षा मंत्री ने जानकारी दी। एंटनी द्वारा यह जानकारी दिये जाने से एक ही दिन पहले भाजपा नीत राजग के शिष्टमंडल ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर लद्दाख में चीनी घुसपैठ पर चिंता जतायी। साथ ही शिष्टमंडल ने सरकार द्वारा सरबजीत मामले से निपटने के तरीकों के बारे में भी चिंता जतायी। राजग के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने इस मुद्दे पर उनके हस्तक्षेप के अनुरोध वाला एक ज्ञापन भी सौंपा।
एंटनी ने राष्ट्रपति को मौजूदा जमीनी स्थिति और चीन के साथ लगने वाली वास्तविक नियंत्रण रेखा के आसपास होने वाली ऐसी किसी भी घटना से निपटने की तैयारियों के बारे में जानकारी दी। चीनी सैनिक 15 अप्रैल से डीबीओ क्षेत्र में तंबू गाड़े हुए हैं। दोनों पक्षों के बीच इस मुद्दे का समाधन निकालने के लिए हुई तीन विफल ध्वज बैठकों में चीनी सैनिकों ने अपनी स्थिति से पीछे हटने को इंकार कर दिया।
चीनी पक्ष ने आरोप लगाया कि बंकर और एयरफील्ड सहित भारतीय आधारभूत ढांचे का निर्माण किया गया जिसने स्थिति को भड़काया। लेकिन एंटनी ने कठोर रूख अपनाते हुए कहा कि ये भारत द्वारा नहीं बनाये गये और देश अपने हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठायेगा। चीन इस बात पर अड़ा हुआ है कि यदि भारत वहां अपने आधारभूत ढांचे को तोड़ दे तो उसके बाद वह भारत के अनुरोध पर विचार करेगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 4, 2013, 22:41