एंटनी हुए सख्त, बोले-कार्रवाई के लिए खुले हैं सेना के हाथ

एंटनी हुए सख्त, बोले-नियंत्रण रेखा पर कार्रवाई के लिए खुले हैं सेना के हाथ

एंटनी हुए सख्त, बोले-नियंत्रण रेखा पर कार्रवाई के लिए खुले हैं सेना के हाथज़ी मीडिया ब्यूरो/बिमलु कुमार/आलोक कुमार राव

नई दिल्ली : नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की ओर से लगातार हो रहे युद्धविराम के उल्लंघन और लद्दाख क्षेत्र में चीनी सेना की घुसपैठ के मद्देनजर रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने सोमवार को कहा कि भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई के लिए सेना के हाथ खुले हैं।

भारत के पहले स्वदेशी लड़ाकू विमान वाहक आईएनएस विक्रांत के जलावतरण के मौके पर पत्रकारों से बातचीत में एंटनी ने कहा कि सीमा पर पैदा होने वाली स्थितियों से निपटने के लिए सशस्त्र सेनाओं के हाथ खुले हैं। पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी सेना द्वारा भारत के पांच जवानों की हत्या के बाद एंटनी का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है।

भारतीय सैनिकों की हत्या पर अपने जवाब से विपक्षी दलों के निशाने पर आए रक्षा मंत्री एके एंटनी ने आज कहा कि सशस्त्र बल पाकिस्तान से लगती नियंत्रण रेखा पर उत्पन्न स्थिति का उपयुक्त जवाब देने को आजाद है। एंटनी ने यहां कहा कि सशस्त्र बलों को वहां (नियंत्रण रेखा पर) उत्पन्न स्थिति का उपयुक्त ढंग से जवाब देने की पूरी आजादी है। वह 37,500 टन वाले विमान वाहक आईएनएस विक्रांत का जलावतरण करने के बाद संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे।

हालांकि रक्षा मंत्री ने नियंत्रण रेखा पर अशांत स्थिति, पाकिस्तान सेना द्वारा बार बार संघर्ष विराम उल्लंघन पर किसी भी सवाल का जवाब देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि संसद सत्र चल रहा है और वह संसद के बाहर बयान नहीं दे सकते। उन्होंने छह अगस्त को पाकिस्तानी सैनिकों के हाथों भारतीय सैनिकों के मारे जाने पर रूख में तब्दीली पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इस मुद्दे पर उनके बयान को लेकर विपक्ष ने संसद में उनके खिलाफ जोरदार मुहिम छेड़ दी थी जिसके बाद उन्हें अपना बयान वापस लेना पड़ा और उन्‍होंने इस नृशंस घटना के लिए पूरी तरह पाकिस्तान सेना को जिम्मेदार ठहराया।

इसके पहले, पुंछ में जवानों की हत्या पर एंटनी ने कड़ा रुख अख्तियार किया था और कहा था कि पाकिस्तानी सेना की मदद के बिना सीमा पर कोई हमला नहीं हो सकता। उन्होंने संकेत दिया कि इस्लामाबाद के साथ संबंधों की समीक्षा की जाएगी। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में चीन की तरफ से लद्दाख क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ की कई घटनाएं हुई हैं।

First Published: Monday, August 12, 2013, 14:30

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