Last Updated: Friday, September 7, 2012, 12:41
जी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली। कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर एनडीए के सांसदों ने शुक्रवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग की।
हाथों में तख्तियां लिए एनडीए के सांसद प्रधानमंत्री गद्दी छोड़ो के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शन में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और एनडीए के संयोजक शरद यादव भी शामिल हुए।
शरद यादव ने कहा कि वह संसद के मानसून सत्र को बढ़ाए जाने और विशेष सत्र बुलाने का विरोध करते हैं। कोयला घोटाले को लेकर अभी तक कोई हल नहीं निकला है इसलिए संसद सत्र की अवधि बढ़ाए जाने और विशेष सत्र बुलाए जाने का कोई मतलब नहीं है।
गौरतलब है कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रमोशन में आरक्षण से संबंधित संविधान संशोधन बिल को पारित कराने के लिए संसद सत्र की अवधि बढ़ाए जाने की मांग की थी। भाजपा ने संसद सत्र चलाने के लिए दो मांगे रखी थी। भाजपा ने सभी कोयला ब्लॉक्स के आवंटन को निरस्त करने और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। यूपीए सरकार ने भाजपा की मांगे नहीं मानी। इस कारण संसद का मानसून सत्र नहीं चल पाया।
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि अभी तक तो हम संसद के अंदर अपनी लड़ाई लड़ रहे थे। अब सड़क पर लड़ाई लड़ी जाएगी। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री गठबंधन सरकार के मुखिया हैं। जब तक प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं दे देते तब तक भाजपा अपना विरोध जारी रखेगी।
First Published: Friday, September 7, 2012, 12:36