Last Updated: Thursday, November 22, 2012, 15:55

नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सववादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित विपक्षी दलों ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार पर दबाव बनाया कि वह विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) पर चर्चा के लिए उनकी ओर से दिए गए नोटिस पर अनुमति दे दें।
मीरा ने पार्टियों से कहा कि उनके नोटिस नियम 184 के तहत आते हैं और इसके अंतर्गत वोटिंग होती है इसलिए उन पर विचार किया जा रहा है।
विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि बहु-ब्रांड खुदरा में एफडीआई पर बहस की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि सरकार ने इस मुद्दे पर पार्टियों से चर्चा करने का आश्वासन पूरा नहीं किया। माकपा ने नारेबाजी की और इस मुद्दे पर बहस व वोटिंग की मांग की। विपक्ष के सरकार के साथ मतभेदों के चलते लोकसभा की कार्यवाही कई बार स्थगित हुई। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 22, 2012, 15:55