Last Updated: Wednesday, November 30, 2011, 09:32
नई दिल्ली : खुदरा व्यापार के क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति दिए जाने के मुद्दे पर संसद में बने गतिरोध के बीच कांग्रेस कोर ग्रुप ने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निवास पर करीब एक घंटे चली बैठक के बाद जानकार सूत्रों ने कहा कि कोई फैसला नहीं। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी हिस्सा लिया। बैठक में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी, रक्षा मंत्री एके एंटनी, गृह मंत्री पी. चिदंबरम और कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल भी मौजूद थे।
वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा को भी बैठक में रिटेल क्षेत्र में 51 फीसदी एफडीआई की अनुमति देने के फैसले के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाया गया था। एफडीआई के इस फैसले को लेकर संप्रग के दो प्रमुख घटक तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक कड़ी आपत्ति जता रहे हैं। समझा जाता है कि बैठक में विभिन्न विकल्पों पर विचार किया गया, जिनमें एफडीआई मुद्दे पर कार्य स्थगन प्रस्ताव स्वीकार कर इस पर चर्चा कराने का विकल्प भी शामिल था। वैसी स्थिति में विरोध कर रहे सहयोगी दलों को कार्य स्थगन प्रस्ताव का विरोध करने के लिए मनाने की कोशिश की जाएगी।
फिलहाल सरकार अपने इस रुख पर कायम है कि एफडीआई का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया गया है और अनेक फायदों के साथ साथ इससे किसानों और उपभोक्ताओं सहित विभिन्न वर्गो को फायदा होगा। गौरतलब है कि एफडीआई के मुद्दे को लेकर विपक्ष और साथ ही संप्रग के दो सहयोगी तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक के विरोध के कारण संसद के दोनों सदनों में बुधवार को भी कामकाज ठप रहा।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 30, 2011, 17:37