एफडीआई से देशवासियों को लाभ नहीं: येचुरी

एफडीआई से देशवासियों को लाभ नहीं: येचुरी

एफडीआई से देशवासियों को लाभ नहीं: येचुरीनई दिल्ली : मार्क्सपवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी ने गुरुवार को खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) लाने के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह न तो देश के लोगों के हित में है और न ही देश की अर्थव्यवस्था के हित में है।

उन्होंने कहा कि यदि यह देश के लोगों और अर्थव्यवस्था के लिए कुछ भी हितकारी होता तो मैं इसका समर्थन करता। लेकिन यह नहीं है। हमने भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के समय भी ऐसे ही तर्क सुने थे कि इससे लाखों घरों में रोशनी मिलेगी।

राज्य सभा में खुदरा में एफडीआई पर जारी बहस में येचुरी ने कहा कि उससे उलट इस बार गर्मी के महीनों में हमने अब तक की सबसे बड़ी बिजली कटौती देखी। उन्होंने सत्ता पक्ष से सवाल किया कि आप कहते हैं कि रोजगार बढ़ेगा। इसमें कितनी सच्चाई है। इसके लिए उन्होंने अमेरिका की सीनेट समिति की एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि वालमार्ट छोटे दुकानदारों और कामगारों के लिए ताबूत में आखिरी कील है।

येचुरी ने कहा कि आप कहते हैं कि एफडीआई से किसान लाभान्वित होंगे। लेकिन चाहे घाना में कोकोआ के किसान हों या लातिन अमेरिका में केले के किसान हों, एफडीआई से किसी को फायदा नहीं मिला। (एजेंसी)

First Published: Thursday, December 6, 2012, 18:14

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