Last Updated: Monday, November 12, 2012, 16:36
हैदराबाद : मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) ने सोमवार को केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और आंध्र प्रदेश में कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस ले लिया। एमआईएम के प्रमुख एवं पार्टी के एकमात्र सांसद असादुद्दीन ओवैसी ने पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए फैसले की यहां घोषणा की।
ओवैसी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी यह फैसला लेने के लिए इसलिए बाध्य हुई, क्योंकि आंध्र प्रदेश में किरण कुमार रेड्डी की सरकार ने साम्प्रदायिक आचरण प्रदर्शित किया। हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी फैसला लेने के बाद की राजनीतिक परिस्थतियों का सामना करने के लिए तैयार है।
राज्य और हैदराबाद में वर्ष 2010 से अब तक हुए साम्प्रदायिक दंगों का विस्तृत ब्योरा देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने न केवल एमआईएम की मांगों को नजरअंदाज किया, बल्कि संघ परिवार जैसा आचरण प्रदर्शित किया। गौरतलब है कि 295 सदस्यीय विधानसभा में एमआईएम के सात विधायक हैं। पर्याप्त बहुमत नहीं होने के कारण कांग्रेस सरकार के लिए एमआईएम का समर्थन महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
एमआईएम ने यह फैसला तब लिया जब सरकार ने ऐतिहासिक चारमीनार के समीप स्थित एक मंदिर के ऊपर छतरी के निर्माण की अनुमति दे दी। पार्टी का आरोप है कि आंध्र प्रदेश सरकार ने अदालत द्वारा दिए गए यथास्थिति बहाल रखने के आदेश का उल्लंघन किया है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 12, 2012, 16:36