Last Updated: Tuesday, September 6, 2011, 06:49
वॉशिंगटन : वेबसाइट विकीलीक्स ने खुलासा किया है कि रूइया प्रवर्तित एस्सार समूह ने छत्तीसगढ़ में अपनी खनन गतिविधियों के सुचारू एवं सुरक्षित संचालन के लिए माओवादियों को धन दिया था.
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जनवरी 2010 को मुंबई स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास द्वारा भेजे गए गुप्त संदेश के हवाले से विकीलीक्स ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खनन एवं स्टील संबंधी इकाई परिचालित करने वाली एस्सार के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि ने महावाणिज्य दूत कार्यालय से कहा था कि कंपनी ने कामकाज को नुकसान नहीं पहुंचाने के एवज में वहां माओवादियों को बड़ी राशि दी है. इसमें कहा गया है कि जब कभी माओवादी समझौता तोड़ते तथा एस्सार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाते या कर्मचारियों को धमकी देते, एस्सार स्थिति से निपटने के लिए उसके खिलाफ अलग माओवादी समूह की मदद लेता.संदेश में कहा गया था कि क्षेत्र में विकास और सुरक्षा के लिये माओवादी बड़ी चुनौती है और इन क्षेत्रों को सरकार के नियंत्रण में वापस लाने के लिए प्रयास किया जाना वांछनीय है. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से निपटने के लिए सरकारी प्रयास के बारे में संदेश में कहा गया था कि राज्य में मानवाधिकारों के उल्लंघन की आशंका है.एस्सार समूह ने विकीलीक्स के खुलासे में छत्तीसगढ़ में माओवादियों को सुरक्षा के एवज में कंपनी द्वारा धन दिए जाने के आरोप से इनकार किया है. प्रवक्ता ने बयान में कहा कि एस्सार कानून के तहत काम करने वाली कंपनी है. हमें नहीं लगता कि इस आधारहीन आरोपों के बारे में प्रतिक्रिया देना उचित या जरूरी है.
First Published: Tuesday, September 6, 2011, 12:20