Last Updated: Tuesday, May 21, 2013, 12:45

चेन्नई : भारतीय मछुआरों पर हो रहे हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने मंगलवार को केंद्र से कच्चातीवू टापू वापस लेने के लिए त्वरित कदम उठाने की मांग की है, जिसे श्रीलंका में 1974 को दिया गया था।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र में जयललिता ने कहा कि 1974 में भारत और श्रीलंका के बीच हुए समझौते के तहत कच्चातीवू को श्रीलंका को दे दिया गया था और यह कदम संसद के दोनों सदनों की मंजूरी लिये बिना भारत सरकार ने एकतरफा तौर पर उठाया था। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार का रुख है कि कच्चातीवू हमेशा से भौगोलिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भारत का हिस्सा रहा है और हजारों भारतीय मछुआरों की आजीविका और सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए इसे वापस लिए जाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मछुआरों पर हो रहे हमलों की पृष्ठभूमि में अन्नाद्रमुक के महासचिव के तौर पर उन्होंने इस समझौते को खरिज करने के लिए 2008 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 21, 2013, 12:45