Last Updated: Wednesday, January 25, 2012, 05:28
नई दिल्ली : स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वर्ष 2011 की जनगणना में सबसे कम लिंग अनुपात दर्ज होने से चिंतित सरकार ने ऐसे 17 राज्यों की पहचान की है जहां पुरुष-स्त्री अनुपात सबसे कम है और जहां संगठित कार्रवाई की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने यहां कहा कि विषम लिंग अनुपात को रोकने के लिए बनाये गए कानूनों को लागू करने की जिम्मेदारी मूलरूप से राज्य सरकारों की है। इन राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों की बैठक गत वर्ष अप्रैल महीने में आयोजित की गई थी।
इस बार की जनगणना में सबसे कम लिंग अनुपात दर्ज किया गया है जिसमें प्रति एक हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 914 है। 22 राज्यों और पांच केंद्र शासित प्रदेशों में बाल लिंग अनुपात में गिरावट दर्ज की गई है और केवल छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में ही इस मामले में स्थिति में सुधार हो रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 25, 2012, 10:58