`कमल संदेश` में गडकरी-मोदी पर हमला

`कमल संदेश` में गडकरी-मोदी पर हमला

`कमल संदेश` में गडकरी-मोदी पर हमलाज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : भाजपा में अंतरकलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा नितिन गडकरी पर निशाना साधे जाने के बाद अब भाजपा के मुखपत्र `कमल संदेश` के जरिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपरोक्ष रूप से हमला बोला गया है। मुखपत्र में बिना किसी का नाम लिए कहा गया है कि पार्टी के कुछ नेताओं को आगे बढ़ने की जल्दबाजी है।

कमल संदेश के ताजा अंक के संपादकीय में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की समाप्ति के बाद लिखे गए लेख में कहा गया है कि जब ट्रेन में भीड़ होती है तो उसे भी दूसरी ट्रेन के लिए रूकना पड़ता है जो बहुत जल्दी में हो। अपनी जल्दबाजी में वो दूसरी सवारी को नीचे नहीं खींचता। ना ही वो ट्रेन तोड़ता है या उस पर पथराव करता है। अगर वो खुद की बनाई ट्रेन को तोड़ेगा तो अपनी मंजिल तक कैसे पहुंचेगा। पार्टी किसी एक व्यक्ति के योगदान पर नहीं चलती। ये कहना है कि सिर्फ मेरी ही चलेगी, इससे पार्टी या संस्था तो दूर परिवार भी नहीं चलता।

संपादकीय में कहा गया है कि हम सभी जानते हैं कि ताकत संस्थान से आती है न किसी व्यक्ति विशेष से। जब कोई कामयाबी की सीढ़ी चढ़ता है तो उसकी समझ भी बढ़नी चाहिए लेकिन ये विडंबना है कि जो शिखर पर पहुंचता है वो दूसरों को नीचा दिखाने की कोशिश करता है ये जानते हुए भी कि एक दिन उसे भी नीचे आना है।

कमल संदेश के ताजा अंक में प्रकाशित संपादकीय के उक्त अंश को लेकर भाजपा खेमे में अंतरकलह खुलकर सामने आ गया है। गौरतलब है कि हाल ही में मुंबई में हुई पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में शिरकत के लिए जिस तरह नरेंद्र मोदी ने संजय जोशी को हटवाकर पार्टी और आरएसएस को झुकाया उसको लेकर ही यह संपादकीय टिप्पणी की गई है।

First Published: Friday, June 1, 2012, 11:59

comments powered by Disqus