Last Updated: Sunday, April 7, 2013, 13:28

बेंगलुरु : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान पांच मई को होने वाले हैं। राज्य में सत्तारुढ़ भाजपा सोमवार से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करने जा रही है। पार्टी सोमवार को एक रैली करने जा रही है, लेकिन इसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी तथा गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं हो रहे हैं, जबकि पूर्व में इसकी घोषणा की गई थी।
भाजपा ने इसका कोई कारण नहीं बताया है कि दोनों नेता पार्टी की रैली में शामिल क्यों नहीं हो रहे हैं? पार्टी की राज्य इकाई के नेता हालांकि पिछले काफी दिनों से कहते आ रहे हैं कि रैली में आडवाणी और मोदी भी शामिल होंगे, लेकिन पार्टी के महासचिव और बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा क्षेत्र से सांसद एच.एन. अनंत कुमार ने शुक्रवार को नई दिल्ली में रैली को संबोधित करने वाले जिन नेताओं की सूची जारी की उसमें आडवाणी व मोदी के नाम शामिल नहीं हैं।
यह अजीब संयोग है कि मोदी शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई नवगठित भाजपा संसदीय बोर्ड की पहली बैठक में भी शामिल नहीं हुए, जिसमें कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 140 उम्मीदवारों के नाम को मंजूरी दी गई। मोदी छह साल बाद इस बोर्ड में शामिल हुए हैं।
पहले संसदीय बोर्ड की बैठक में मोदी का नहीं पहुंचना और फिर कर्नाटक में रैली को संबोधित करने वालों में उनका नाम नहीं होने से इस तरह की राजनीतिक अटकलों को बल मिला है कि भ्रष्टाचार के आरोपों, असंतुष्टों तथा कई महत्वपूर्ण नेताओं के पार्टी से अलग हो जाने के कारण राज्य में पार्टी की कमजोर स्थिति को देखते हुए मोदी सीधे तौर पर कर्नाटक चुनाव प्रचार अभियान से नहीं जुड़ना चाहते। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 7, 2013, 13:28