कलाम पर अड़ीं ममता, कहा-किसी धमकी से नहीं डरते

कलाम पर अड़ीं ममता, कहा-किसी धमकी से नहीं डरते

कलाम पर अड़ीं ममता, कहा-किसी धमकी से नहीं डरतेज़ी न्यूज ब्यूरो

नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार को लेकर मचे घमासान के बीच कांग्रेस और तृणमूल के बीच मतभेद गहराते जा रहे हैं। ममता बनर्जी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम किसी की धमकी से नहीं डरते हैं। जो कोई धमकी देगा उसे देख लेंगे। समाजवादी पार्टी के अध्यसक्ष मुलायम सिंह यादव से गुरुवार शाम मुलाकात के बाद तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी राष्ट्र्पति पद के उम्मीदवार के तौर पर डा. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर अड़ गईं। उन्होंने कहा कि डा. कलाम ही हमारे उम्मीदवार हैं और मुलायम सिंह यादव हमारे साथ हैं। कलाम के नाम पर आम सहमति बननी ही चाहिए। यदि सहमति न बने तो सब अंतर आत्मा की आवाज पर वोट दें।


तृणमूल सुप्रीमो ने जोर देकर कहा कि डा. कलाम जीतेंगे और राष्ट्रपति बनेंगे। उन्हों ने यह भी कहा कि हर किसी की इज्जत होती है। कांग्रेस ने मुझे यूपीए की बैठक में नहीं बुलाया है। गौर हो कि राष्ट्रउपति चुनाव को लेकर यूपीए की अहम बैठक कल होगी और उन्होंबने कहा कि वे इस बैठक में शामिल नहीं होंगी। इस बीच, कलाम के पटना पहुंचने पर मुख्यृमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी आगवानी की।

तृणमूल सुप्रीमो ने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि हम किसी की धमकी से नहीं डरते हैं। हमको यदि कोई धमकी देगा तो हम उसे देख लेंगे। हम किसी को धमकी नहीं देते हैं। कलाम हमारे नंबर वन उम्मीदवार हैं। कांग्रेस को जो कहना है वह कहे। लेकिन काबिल आदमी को ही राष्ट्रपति होना चाहिए। इससे पहले ममता ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा था कि वह और मुलायम अपने रुख से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने संकेत दिया कि यदि कलाम के नाम पर सहमति नहीं बनती तो तृणमूल और सपा मुकाबले के लिए तैयार हैं।

इस बीच, तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के प्रतिनिधि के रूप में पार्टी सांसद कुणाल घोष ने आज सपा नेता मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की और बाद में कहा कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर उनके रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।

तृणमूल सांसद कुणाल घोष ने मुलायम से उनके आवास पर मुलाकात के बाद कहा कि सब कुछ ठीक है। एपीजे अब्दुल कलाम, मुलायम सिंह और ममता बनर्जी दोनों के उम्मीदवार हैं। सूत्रों ने कहा कि घोष ने एक पत्र के माध्यम से इस मुद्दे पर ममता का संदेश मुलायम तक पहुंचाया। ममता की कार से मुलायम के आवास पर पहुंचे घोष के हाथ में एक मुड़ा हुआ कागज देखा गया।

ममता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह अपने आप यूपीए नहीं छोड़ेगी और न ही सरकार गिराएगी। मैं कल यूपीए की बैठक में हिस्सा नहीं लूंगी। अगर सत्तारूढ़ दल का उम्मीदवार हारता है तो उस दल को मध्यावधि चुनावों पर फैसला करना होगा। तृणमूल कांग्रेस यूपीए में बनी रहे या नहीं, इस बारे में गेंद कांग्रेस के पाले में है। हम कलाम पर आम सहमति चाहते हैं, अगर ऐसा नहीं होता है तो हम अपने रास्ते पर चलेंगे। वहीं, कांग्रेस महासचिव जर्नादन द्विवेदी ने शुक्रवार शाम में कहा कि ममता बनर्जी अब भी हमारी सहयोगी हैं।

इससे पहले, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को बुलाई गई संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के सहयोगी दलों की बैठक में वह नहीं जाएंगी। ममता ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मैं शुक्रवार को यहां नहीं रहूंगी। जैसा कि मैंने कहा था कि मैं 26 घंटे इंतजार करूंगी और अब मैं मुलायम सिंह से मुलाकात कर वापस लौट रही हूं। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर एक राय बनाने के लिए शुक्रवार को संप्रग की बैठक बुलाई गई है।

उधर, तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस यदि केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी सहित अपनी ओर से प्रस्तावित उम्मीदवारों के नाम पर आगे बढ़ती है तो इस स्थिति में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना तय है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद कुणाल घोष ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मैं देख रहा हूं कि कांग्रेस यदि प्रणब बाबू या डा. हामिद अंसारी के नाम के साथ आगे बढ़ती है तो फिर इस स्थिति में चुनाव होंगे। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी और मुलायम सिंह यादव पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के साथ रहेंगे।

देश के नए राष्ट्रपति को लेकर चल रही सरगर्मी में बुधवार को उस वक्त नाटकीय मोड़ आ गया जब ममता बनर्जी और मुलायम ने कांग्रेस की पहली पसंद केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी पर ग्रहण लगाते हुए इस सर्वोच्च पद के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित डा. कलाम और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का नाम पेश किया।
कांग्रेस ने ममता-मुलायम के सुझाए नामों को गुरुवार को खारिज कर दिया और लगे हाथ उन पर गठबंधन की मर्यादा तोड़ने का आरोप लगाया।

इस बारे में घोष ने कहा कि सोनिया गांधी की अनुमति के बाद ममता ने कांग्रेस की पसंद का खुलासा किया था। उन्होंने सोनिया से पूछा था कि जब वह बाहर निकलेंगी तो मीडिया वाले सवाल पूछेंगे तो क्या कहा जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि यदि पूछा जाए तो आप हमारी पसंद का खुलासा कर सकती हैं।

First Published: Friday, June 15, 2012, 00:50

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