कश्मीर पर नवाज सरकार को उकसा रही है आईएसआई

कश्मीर पर नवाज सरकार को उकसा रही है आईएसआई

कश्मीर पर नवाज सरकार को उकसा रही है आईएसआईज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली/श्रीनगर : तीसरी बार पाकिस्तान की सत्ता में लौटे नवाज शरीफ के मई में प्रधानमंत्री बनने के बाद से पाकिस्तानी सेना जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, भारतीय गुप्तचर एजेंसी के अधिकारियों ने गृह मंत्रालय को इस संबंध में एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कहा गया है कि आईएसआई के दबाव में नवाज शरीफ की सरकार ने कश्मीर मुद्दे को गर्माने के लिए नई रणनीति बनाई है।


एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक भारत सरकार को ऐसी जानकारी मिली है कि आईएसआई के दबाव में नवाज सरकार कश्मीर मुद्दे को फिर से गर्माने की रणनीति बना रही है। दरअसल तीसरी बार पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज हुए प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के एजेंडे में कश्मीर बेहद अहम मुद्दा है। किसी भी हाल में कश्मीर मुद्दे पर वो भारत को दबाव में लाना चाहते हैं। इसलिए भारत के साथ अमन की बात करने वाले शरीफ ने गद्दी संभालते ही कश्मीर के लिए एक खतनाक `के प्लान` यानी `कश्मीर योजना` बनाया है।

पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनते ही नवाज शरीफ ने कश्मीर मुद्दे को करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय में अलग से कश्मीर सेल बनाया। कश्मीर मुद्दे को लगातार उठाने का जिम्मा इसी विशेष सेल को दी गई है। सूत्रों की मानें तो पीएमओ में बना कश्मीर सेल इस नई रणनीति के हर पहलू को तय करेगा और सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करेगा।

भारत सरकार को जो सूचनाएं मिली हैं, उनके मुताबिक कश्मीर सेल का मुख्य काम कश्मीर के खिलाफ प्रॉपेगैंडा पर ध्यान देना और ये सुनिश्चित करना है कि कश्मीर मुद्दा खबरों में बना रहे। मसलन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कश्मीर मुद्दे को उठाना और इसमें सरकार का हाथ होने से इनकार करना, आईएसआई को कश्मीर पर प्रचार करने के लिए ब्रसेल्स, लंदन, वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क और टोरंटो में कश्मीर सेल को सक्रिय करने के लिए कहा गया है। इस पूरे अभियान में पैसे की कमी न होने देने के लिए आईएसआई को निर्देशित किय गया है। हाफिज सईद जैसे आतंकियों को भारत विरोधी प्रचार और हरकतें जारी रखने को आईएसआई बढ़ावा देगी।

सितंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात पर भी नवाज सरकार की नजर है। इस बैठक में भी बातचीत का मुख्य मुद्दा कश्मीर हो सकता है।

First Published: Thursday, August 8, 2013, 11:39

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