Last Updated: Sunday, November 25, 2012, 13:05
जालंधर : अजमल आमिर कसाब को फांसी दिये जाने के बाद पाकिस्तानी अधिवक्ता अवैस शेख ने कहा है कि इसका सरबजीत सिंह की रिहाई अथवा उसके केस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जतायी है कि राष्ट्रपति दया याचिका पर विचार करेंगे और सरबजीत रिहा होंगे।
पाकिस्तान में कथित रूप से धमाका करने के आरोप में वहां की जेल में बंद भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह के अधिवक्ता अवैस शेख ने सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए कहा कि भारत में कसाब को फांसी दिए जाने का उसके केस अथवा रिहाई पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। दोनों मामले अलग-अलग हैं। शेख ने कहा, ‘सरबजीत और कसाब का केस अलग अलग है। कसाब का मामला आतंकी गतिविधि से जुडा था जिसमें बहुत से लोग मारे गए थे जबकि सरबजीत का मामला गलत पहचान का है।’
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने अदालत में आधिकारिक तौर पर यह स्वीकार किया है कि कसाब पाक नागरिक था। उसने मुंबई में आतंकी हमला करने के लिए पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किया। इसमें जो लोग मारे गए हैं उसके लिए वह जिम्मेदार था।’ शेख ने कहा, ‘सरबजीत सिंह का मामला गलत पहचान का है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह जेल में 22 साल की सजा काट चुका है। मुझे उम्मीद है कि वह जल्दी ही रिहा हो जाएंगे।’
अधिवक्ता ने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि (पाकिस्तान के) राष्ट्रपति उनकी (सरबजीत सिंह की) दया याचिका पर विचार करेंगे और वह जल्दी ही रिहा हो जाएंगे।’ इससे पहले मुंबई में चार साल पहले हुए आतंकी हमले के एक मात्र जिंदा एवं पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन लश्कर- ए-तैयबा से जुड़े आतंकी अजमल आमिर कसाब को 21 नवंबर की सुबह यरवदा जेल में फांसी दे दी गई थी। कसाब सहित लश्कर के दस कुख्यात आतंकियों ने मुंबई में 26 नवंबर 2008 को कत्लेआम मचाया था। इसमें 166 लोग मारे गए थे।
पाकिस्तान में क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पार्टी ने कसाब की फांसी के बाद सरबजीत सिंह को भी तत्काल फांसी दिए जाने की मांग की थी। हालांकि, बाद में पाक सरकार ने कहा कि सरबजीत के मामले को कसाब से जोड़कर नहीं देखा जाएगा। इस बारे में सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा, ‘मैं पूरे मुल्क की ओर से वहां के अधिकारियों का शुक्रिया अदा करती हूं। 11 नवंबर को शेख साहब सरबजीत से मिल कर आए हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि पाक राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी साहब एक बहन की पुकार सुनकर मेरे भाई को अवश्य रिहा कर देंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 25, 2012, 13:05