Last Updated: Wednesday, August 29, 2012, 22:56

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने नरमी बरतने की उसकी याचिका को खारिज करते हुए आज कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब ‘‘काफी चालाक एवं शातिर’’ है और बिना किसी झिझक हत्या करता है । कसाब ने इस आधार पर नरमी बरतने की मांग की थी कि लश्कर ए तैयबा ने उसका ब्रेन वॉश कर दिया था और वह रोबोट की तरह काम कर रहा था।
न्यायमूर्ति आफताब आलम की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा, ‘‘हम यह हलफनामा स्वीकार नहीं कर सकते कि याचिकाकर्ता केवल लश्कर ए तैयबा के हाथों में खेल रहा था। वह दिसम्बर 2007 के करीब लश्कर ए तैयबा में शामिल हुआ और अंत तक इसका सदस्य बना रहा जबकि उसे छोड़ने के कई अवसर आए ।
यह दिखाता है कि वह स्पष्ट रूप से संगठन से जुड़ा रहना चाहता था और इसके कार्यक्रमों में शामिल होना चाहता था।’’ पीठ ने कहा, ‘यह सच है कि वह अनपढ़ है लेकिन वह काफी अच्छा सीखने वाला है और मजबूत दिमाग एवं कड़ी प्रतिबद्धता वाला व्यक्ति है । वह काफी चालाक एवं शातिर भी है ।’अदालत ने कहा कि कसाब ने कई मर्तबे खुद को देशभक्त पाकिस्तानी बताया है और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने का उसे कोई पछतावा नहीं है ।
पीठ ने कहा, ‘‘गिरफ्तारी के बाद भी उसने खुद को ‘वतन परस्त’ बताया, एक देशभक्त पाकिस्तानी जिसने इस देश के खिलाफ युद्ध किया । उसके ब्रेन वॉश या रिमोट कंट्रोल की तरह काम करने का सवाल कहां है ?’’ पीठ ने कहा, ‘‘हम इस बात से पूरी तरह असहमत हैं कि याचिकाकर्ता स्वचालित यंत्र की भांति काम कर रहा था । पिछले महीने जब हम इस मामले पर गौर कर रहे थे तो हमने याचिकाकर्ता के व्यक्तित्व का निष्पक्ष आकलन किया ।’’ पीठ ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से उसे कोई खेद नहीं है और उसे गलती का अहसास नहीं है । वह बिना झिझक के हत्या करता है ।’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, August 29, 2012, 22:56