Last Updated: Thursday, January 17, 2013, 20:13

नई दिल्ली : जयपुर में 18 से 20 जनवरी तक चलने वाले कांग्रेस के रणनीति सत्र में पार्टी आम चुनाव से पहले और बाद के गठबंधन, महिला सशक्तीकरण, विदेश मामलों, संगठन की मजबूती और हाल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए हुए प्रदर्शन जैसे मुद्दों पर चर्चा करेगी। `चिंतन शिविर` के पहले दो दिनों में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की शुरुआत करेंगी और 20 जनवरी को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एवं पार्टी महासचिव राहुल गांधी सत्र को सम्बोधित करेंगे।
संभावना है कि इस वर्ष नौ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव के सम्बंध में दिशा-निर्देशों की घोषणा की जाएगी। गौरतलब है कि राहुल गांधी लोकसभा चुनाव के लिए गठित समन्यव समिति के प्रमुख हैं। उन्हें भरोसा है कि पार्टी की युवा इकाइयों- युवक कांग्रेस तथा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के 350 प्रतिनिधियों की एक तिहाई यानी 128 प्रतिनिधि बैठक में भाग लेंगे। शिविर में कई केंद्रीय मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी भाग लेंगे।
कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि चिंतन शिविर सोनिया गांधी के सम्बोधन के साथ शुरू होगा। वह प्रतिनिधियों के विचार-विमर्श की दिशा तय करेंगी। प्रतिनिधियों को पांच समूहों में बांटकर इन बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी : राजनीतिक चुनौतियां, सामाजिक-आर्थिक चुनौतियां, महिला सशक्तीकरण, भारत और विश्व की ज्वलंत समस्याएं तथा संगठन की मजबूती।
प्रतिनिधि समूहों की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी, दिग्विजय सिंह, गिरिजा व्यास, आनंद शर्मा एवं गुलाम नबी आजाद करेंगे। ये नेता शनिवार को दोपहर बाद चर्चा के निष्कर्षो से सोनिया गांधी को अवगत कराएंगे। कांग्रेस कार्यसमिति चर्चा के दौरान उठाए जाने वाले बिंदुओं और पार्टी के निर्णायक दस्तावेजों के अनुमोदन के लिए 20 जनवरी को बैठक करेगी।
चिंतन शिविर के उद्घाटन और समापन सत्र को सोनिया गांधी सम्बोधित करेंगी। इस शिविर में देशभर से 1,200 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 17, 2013, 20:13