कांग्रेस का बिहार में `एकला चलो` का फैसला

कांग्रेस का बिहार में `एकला चलो` का फैसला

नई दिल्ली : कांग्रेस ने आज बिहार में सत्तारुढ़ जदयू और लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले राजद से समान दूरी बनाए रखने का दावा करते हुए एकला चलो के अपने रूख को दोहराया। कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हम बिहार में अपना आधार बनाने और लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के खिलाफ राजनीतिक जमीन बना रहे हैं। हमने इन दोनों दलों के खिलाफ

समान दूरी बनायी हुई है । हम अपनी खुद की राह पर चलने का प्रयास कर रहे हैं । हम किसी के साथ

समझौता नहीं कर रहे हैं । अभी तक एकला चलो का मामला है .. आगामी चुनाव में किसी से समझौता करने

का फिलहाल हमारा कोई मूड नहीं है ।’’ वह संवाददाताओं के इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि आज पटना

में अपनी परिवर्तन रैली में लालू द्वारा कांग्रेस की तारिफ किये जाने का क्या यह संकेत है कि आगामी

लोकसभा चुनाव में राजद का कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा ।

राजद केन्द्र में संप्रग एक सरकार में शामिल थी जबकि संप्रग दो सरकार को वह बाहर से समर्थन दे रही है ।

हाल के दिनों में नीतीश कुमार के भाजपा से अलग होने और कांग्रेस से हाथ मिलाने को लेकर तरह तरह के

कयास और अटकलें लगायी जा रही हैं । कांग्रेस ने पिछला लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ा था ।

अहमद ने हालांकि यह स्पष्ट किया कि फिलहाल हम किसी भी दल के साथ समझौता करने के मूड में नहीं हैं

। उन्होंने इस मामले में महाराजगंज उपचुनाव का उल्लेख किया जहां कांग्रेस ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा

किया है । शकील अहमद ने कहा, ‘‘कोई समझौता राज्य के स्तर पर नहीं है । अभी ही राज्य के महाराजगंज

लोकसभा उपचुनाव के लिए हमने भी अपना उम्मीदवार खड़ा किया है । वहां लालू प्रसाद के राजद और

नीतीश कुमार के जदयू का भी उम्मीदवार मैदान में हैं । उन्होंने इस बात को खारिज किया कि लालू प्रसाद

द्वारा संप्रग की तारीफ करना और राजग की आलोचना करना यह संकेत है कि राजद और कांग्रेस गठबंधन

के लिए नजदीक आ रहे हैं । बिहार के महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में आगामी दो जून को होने वाले उपचुनाव

के लिए प्रदेश की तीनों प्रमुख पार्टियों जदयू राजद और कांग्रेस ने अपने अपने उम्मीदवार खड़े किये हैं ।

राजद ने प्रभुनाथ सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने महाराजगंज सीट से दिवंगत सांसद

उमाशंकर सिंह के पुत्र जितेंद्र स्वामी को मैदान में उतारा है । बिहार के शिक्षा मंत्री पी के शाही जदयू के

उम्मीदवार हैं । राजद सांसद उमाशंकर सिंह के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराये जा रहे हैं ।

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह कहना सही नहीं होगा कि नीतिश कुमार के राज में बिहार

में सुशासन है ।

उन्होंने कहा, ‘‘बिहार में बहुत सी कमियां हैं । प्रति व्यक्ति आय, कृषि के क्षेत्र में विकास और पूंजी निवेश के

मामले में यह राज्य बहुत पीछे है । ऐसे में सुशासन कहना मैं नहीं समझता ठीक होगा ।’’

First Published: Wednesday, May 15, 2013, 22:09

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