Last Updated: Friday, July 26, 2013, 17:08
नई दिल्ली : कांग्रेस ने अपनी पार्टी के नेताओं राज बब्बर और रशीद मसूद के 12 रुपये और पांच रुपये में भोजन मिलने संबंधी विवादास्पद बयानों से शुक्रवार को खुद को अलग कर लिया। पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने अपना नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि पार्टी 12 रुपये और पांच रुपये के बयानों से सहमत नहीं है।
नेता ने बीपीएल के आंकड़ों और गरीबी स्तर में गिरावट आने की योजना आयोग की रिपोर्ट को लेकर पैदा हुए विवाद को महत्व नहीं देते हुए कहा कि यह ध्यान रखना चाहिए कि खाद्य अध्यादेश की घोषणा के बाद से केंद्र द्वारा प्रायोजित करीब 150 योजनाओं में केवल वृद्धावस्था पेंशन की योजना गरीबी रेखा से नीचे के वर्ग से जुड़ी हुई है। इसे भी आगामी वर्ष तक बीपीएल से अलग कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मनरेगा, आईसीडीएस, एमडीएम, एनएचआरएम, एसएसए जैसी कई केंद्रीय प्रायोजित योजनाएं सभी के लिए है जबकि इंदिरा आवास योजना जैसी अन्य योजनाएं अधिक जटिल फार्मूला इस्तेमाल करती हैं, इसलिए ग्रामीण एवं शहरी इलाकों के लिए 27 रुपये और 33 रुपये की खपत निश्चित करने से सरकारी योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। कांग्रेस के नेता ने कम खपत सीमा पर विवाद को हवा देने के लिए भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा नीत राजग के कार्यकाल के दौरान 2003 में एनएसएसओ के 59वें दौर के सर्वेक्षण के अनुसार गांवों में गरीबी रेखा के लिए अधिकतम खपत केवल 16.73 रुपये थी। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 26, 2013, 17:08