कांग्रेस की हार पर दिल्ली में हुआ मंथन - Zee News हिंदी

कांग्रेस की हार पर दिल्ली में हुआ मंथन

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली :  कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव परिणामों और इनके कारणों पर चर्चा करने के लिए बुधवार को पार्टी महासचिवों तथा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। सोनिया ने यहां अखिल भारतीय कांग्रेस समिति मुख्यालय में पार्टी महासचिवों और पदाधिकारियों से मुलाकात की तथा बाद में पांच राज्यों के प्रभारी महासचिवों से चुनाव परिणामों पर चर्चा की।

 

उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए जबरदस्त प्रचार अभियान चलाने वाले महासचिव राहुल गांधी इस बैठक से दूर रहे।
कांग्रेस महासचिव एवं उत्तर प्रदेश के प्रभारी दिग्विजय सिंह, उत्तराखंड के प्रभारी चौधरी वीरेंद्र सिंह, पंजाब के प्रभारी गुलचैन सिंह चरक, गोवा के प्रभारी जगमीत सिंह बरार और मणिपुर के प्रभारी लुईजिन्हो फलेरियो सोनिया के साथ बैठक में मौजूद थे।

 

कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन से पंजाब को छीन लेगी, लेकिन उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उत्तर प्रदेश में भी पार्टी पिछली बार के मुकाबले केवल छह सीटें ही अधिक हासिल कर पाई। 2007 में इसे 22 सीटें मिली थीं और इस बार उसे 28 सीटें मिली हैं।

 

मालूम हो कि राहुल गांधी ने कल स्वीकार किया था कि यूपी में कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचा कमजोर है और उन्होंने हार की जिम्मेदारी खुद ली थी। हालांकि राहुल की तरफ से हार की जिम्मेदारी लेने के बाद मानों हार की जिम्मेदारी लेने वालों की झड़ी लग गई थी। दिग्विजय सिंह और रीता बहुगुणा जोशी ने भी बारी-बारी से हार की जिम्मेदारी ली थी।

 

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने के मिशन के साथ कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ मैदान में उतरी थी, लेकिन कुल 403 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस केवल 28 सीटें जीत पाई। यहां तक कि कांग्रेस के गढ़ अमेठी और रायबरेली में भी राहुल गांधी के धुआंधार प्रचार का कोई असर नहीं हुआ। ये दोनों जिले राहुल और उनकी मां सोनिया गांधी की कर्मभूमि हैं। अमेठी की पांच सीटों में से तीन पर कांग्रेस को हार मिली तो रायबरेली की सभी पांच सीटों पर कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया।

First Published: Wednesday, March 7, 2012, 13:23

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