Last Updated: Tuesday, October 9, 2012, 17:39

नई दिल्ली : भाजपा ने आज सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल पर सीधा आरोप लगाया कि वह दिल्ली में उसके बिजली आंदोलन को कमजोर करने के लिए कांग्रेस के ‘एजेंट’ के रूप में काम कर रहे हैं।
भाजपा मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में महासचिव विजय गोयल और दिल्ली इकाई के अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्त ने केजरीवाल को निशाना बनाते हुए कहा कि वे अपनी ‘‘बेनामी पार्टी’’ की जगह बनाने के लिए सभी दलों पर आरोप लगा रहे हैं जिनमें कुछ सच है तो कुछ झूठ।
गोयल ने कहा कि सोमवार को भाजपा की दिल्ली इकाई के ‘‘बिजली आंदोलन के मंच पर आकर केजरीवाल ने जो हरकतें कीं उससे हमें घोर निराशा हुई है। हम अपने कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हैं कि केजरीवाल के उस आचरण के बावजूद उन्होंने पूरा संयम बरता।
उन्होंने केजरीवाल के इस दावे को गलत बताया कि भाजपा ने उन्हें दिल्ली बिजली नियामक आयोग के सामने बने अपने मंच पर बुलाया था। उनके अनुसार केजरीवाल ने खुद भाजपा के मंच पर आकर दो मिनट अपनी बात कहने का आग्रह किया था जिसे ‘‘शिष्टाचारवश’’ मान लिया गया। लेकिन केजरीवाल ने हमारे शिष्टाचार का नाजायज़ फायदा उठाया। भाजपा के मंच पर केजरीवाल द्वारा भाजपा पर ही यह आरोप लगाने को गोयल ने घोर आपत्तिजनक बताया कि बिजली के दाम कम करने और इस क्षेत्र में अन्य अनियमितताओं को दूर करने के लिए भाजपा ने पिछले तीन साल में कुछ नहीं किया।
भाजपा नेता ने कहा, तीन दिन से आंदोलन शुरू करने वाले केजरीवाल कौन होते हैं पिछले तीन साल से बिजली आंदोलन कर रही भाजपा पर यह आरोप लगाने वाले? वह बिजली आंदोलन को कमजोर करने के लिए कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।
सोमवार की घटना के लिए केजरीवाल से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग करते हुए गोयल ने कहा कि राजनीतिक महत्वकांक्षा रखने वाले यह सामाजिक कार्यकर्ता ‘‘सरासर झूठ’’ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा, कांग्रेस पर केजरीवाल के आक्रमण के पीछे भी राजनीति है। सस्ती लोकप्रियता के लिए वह किसी पर भी आरोप लगा सकते हैं। वह अपनी राजनीतिक जगह पाने के लिए सब दलों पर हमले कर रहे हैं। यह कहे जाने पर कि केजरीवाल अगर कांग्रेस के एजेंट है तो उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वड्रा को निशाना क्यों बनाया, गोयल ने कहा, मैं वड्रा मामले की बात नहीं कर रहा हूं। वहां मौजूद भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने इस संबंध में किसी भी सवाल का जवाब देने से यह कह कर इंकार कर दिया कि इस मुद्दे पर गोयल और विजेन्द्र गुप्त ही बोलेंगे।
यह पूछे जाने पर कि केजरीवाल क्या दिल्ली के आगामी लोकसभा चुनाव में शीला दीक्षित से हाथ मिला सकते हैं, गोयल ने कहा, अभी इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। दिल्ली विधानसभा के अगले साल चुनाव होने वाले हैं और ऐसी अटकलें हैं कि केजरीवाल अपनी नयी पार्टी का पहला चुनावी रणक्षेत्र दिल्ली को ही चुनेंगे। भाजपा को भय है कि ऐसा होने से राष्ट्रीय राजधानी में उसके राजनीतिक हितों को ठेस पंहुच सकती है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 9, 2012, 17:25