Last Updated: Tuesday, October 4, 2011, 05:18
ज़ी न्यूज ब्यूरोरालेगण सिद्धि (महाराष्ट्र) : सुप्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने नवरात्र के मौके पर मंगलवार को एक बार फिर हु्कार भरी. उन्होंने सरकार को खुली चेतावनी दी कि शीतकालीन सत्र में यदि जनलोकपाल बिल पास नहीं हुआ तो हम एक बार फिर अनशन करेंगे और देशभर में घूम-घूमकर कांग्रेस को वोट नहीं देने की जनता से अपील करेंगे.
मंगलवार को अपने गांव रालेगण सिद्धि में संवाददाता सम्मेलन में अन्ना ने अपनी भावी रणनीतियों का ऐलान करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में देशव्यापी समर्थन मिला है. अब हम देशभर का दौरा शुरू करेंगे. युवाओं से मिलने के लिए दौरा शुरू करेंगे. यूपी समेत पांच राज्यों में जहां-जहां चुनाव आ रहे हैं वहां वह पहले दौरा करेंगे.
अन्ना ने ऐलान किया कि वो हरियाणा में हिसार में जनसभा के दौरान कांग्रेस के खिलाफ वोट करने की अपील करेंगे. हरियाणा के हिसार में संसदीय सीट पर 13 अक्तूबर को उपचुनाव हो रहा है. हम वहां सभा कर सकते हैं. यदि सभा नहीं कर पाए तो वीडियो संदेश जारी करेंगे.
अन्ना ने चेतावनी दी कि जनलोकपाल बिल संसद के शीतकालीन सत्र में पास नहीं हुआ तो वह चुनाव में देश की जनता से अपील करेंगे कि वह कांग्रेस के खिलाफ वोट करें. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले लखनऊ में तीन दिनों का अनशन होगा.
अन्ना हजारे ने कहा कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश में चुनाव के बाद पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले सभाएं करेंगे. उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने जनलोकपाल पर उन्हें समर्थन देने का वादा किया है. अन्ना ने चेतावनी दी कि अभी वह इस मुद्दे पर कांग्रेस के जवाब का इंतजार कर रहे हैं. कांग्रेस का जवाब नहीं आया तो वह दशहरे के बाद देश के हर राज्यों की यात्रा पर निकलेंगे और कांग्रेस का नाम लेकर हम जनता के बीच जाएंगे.
संजीव भट्ट के खिलाफ गुजरात सरकार की कार्रवाई के बारे में सवाल पूछने पर अन्ना ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जो किया, गलत किया है. संजीव भट्ट की गिरफ्तारी बिलकुल गलत है. संघ या भाजपा से संबंध के रिश्ते को भी अन्ना ने पूरी तरह से नकार दिया. इस दौरान अन्ना हजारे के साथ उनके अहम सहयोगी अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे.
उधर, कांग्रेस ने अन्ना की चेतावनी पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि इससे कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता है. कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने कहा कि अन्ना हजारे के बयान दुर्भाग्यपूर्ण हैं. अन्ना को शीतकालीन सत्र का इंतजार करना चाहिए था. उन्होंने अन्ना की ताजा चुनौती पर कहा, 'बीजेपी हमारे खिलाफ है, शिव सेना खिलाफ है, आरएसएस भी हमारे खिलाफ. अब अन्ना भी आ गए हैं तो कांग्रेस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है.'
First Published: Tuesday, October 4, 2011, 12:59