Last Updated: Friday, July 26, 2013, 20:20
नई दिल्ली : कांग्रेस ने अपनी पार्टी के नेताओं राज बब्बर और रशीद मसूद के 12 रुपए और पांच रुपए में भोजन मिलने संबंधी विवादास्पद बयानों से आज खुद को अलग कर लिया। उधर, राज बब्बर ने मुंबई में 12 रुपये में भरपेट भोजन संबंधी अपनी टिप्पणी पर खेद जताया और पार्टी ने कहा कि इस मामले को अब यहीं समाप्त समझा जाना चाहिए।
कांग्रेस द्वारा राज बब्बर और रशीद मसूद के 12 रुपए और पांच रुपए में भोजन मिलने संबंधी बयानों से आज खुद को अलग कर लिए जाने के बाद राज बब्बर का अपनी टिप्पणी पर खेद जताने वाला बयान आया। पार्टी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘उन्होंने (राज बब्बर ने) खेद जताते हुए स्पष्ट बयान जारी किया है। इसलिए अब हमें इस मामले को यहीं छोड़ देना चाहिए।’
चौधरी ने इन टिप्पणियों को कोई खास तवज्जो न देने का प्रयास करते हुए कहा कि उन्हें पता नहीं किस संदर्भ में भोजन संबंधी यह टिप्पणी की गई है। उन्होंने पार्टी के कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी अजय माकन के बयान का हवाला दिया जिसमें माकन ने कहा है, ‘हम कुछ नेताओं के 12 रुपये और पांच रुपये के बयानों से सहमत नहीं हैं।’
माकन ने साथ ही योजना आयोग के गरीबी रेखा के नीचे के 33 रुपये 30 पैसा के आंकड़ों की आलोचना करने के लिए भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि विपक्षी दल को यह बताना चाहिए कि आखिर 2003 के 59वें एनएसएसओ सर्वे में यह 16 रुपया 73 पैसा क्यों था और इसे भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार ने स्वीकार किया था।
उन्होंने बीपीएल के आंकड़ों और गरीबी स्तर में गिरावट आने की योजना आयोग की रिपोर्ट को लेकर पैदा हुए विवाद को महत्व नहीं देते हुए कहा, ‘यह ध्यान रखना चाहिए कि खाद्य अध्यादेश की घोषणा के बाद से केंद्र द्वारा प्रायोजित करीब 150 योजनाओं में केवल वृद्धावस्था पेंशन की योजना गरीबी रेखा से नीचे के वर्ग से जुड़ी हुई है। (एजेंसी)
First Published: Friday, July 26, 2013, 20:20