Last Updated: Friday, October 12, 2012, 22:25
नई दिल्ली : कांग्रेस ने आज पार्टी महासचिव राहुल गांधी द्वारा पंजाब में युवाओं में बढ़ती नशाखोरी की लत का मुद्दा उठाए जाने पर अकाली दल द्वारा की गई टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए उससे इस अनुचित और अमर्यादित टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राहुल गांधी के बयान को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से पंजाब सरकार के 2009 के एक हलफनामे और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एक निर्णय का भी हवाला दिया। राहुल ने कहा है कि पंजाब में 10 में से सात युवा नशा करते हैं। राहुल के इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। राज्य में सत्ताधारी अकाली दल ने पूछा कि कांग्रेस नेता राज्य में नशीली दवा की लत के बारे में इस ‘निष्कर्ष’ पर कैसे पहुंचे।
तिवारी ने हाईकोर्ट के इस साल 26 जुलाई के एक आदेश का हवाला देते हुए कहा कि 2006 के सर्वे में कहा गया है कि पंजाब में 70 प्रतिशत लोग नशे के आदी हैं। तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी ने कल चंडीगढ़ में एनएसयूआई के कार्यक्रम में नशे की इस समस्या की भयावहता को उठाया था। तिवारी ने कहा कि आज पूरा पंजाब नशाखोरी के जाल में फंसा है। यह समस्या एक पीढ़ी को खत्म कर रही है। उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि युवाओं में नशे की बढ़ती लत की चुनौती की भयावहता को समझने की बजाय अकाली भाजपा सरकार ने अज्ञानता और अहंकार के अपने अंदाज के साथ प्रतिक्रिया जताई है। (एजेंसी)
First Published: Friday, October 12, 2012, 22:25