Last Updated: Tuesday, August 14, 2012, 19:09
नई दिल्ली : सरकार और कांग्रेस दोनों ने मंगलवार को कालाधन के मुददे पर भाजपा नीत राजग पर निशाना साधते हुए पूछा कि अपने शासनकाल में विदेशों में जमा कालाधन स्वदेश लाने के बारे में इन्होंने क्या कदम उठाया।
सरकार ने योगगुरु रामदेव और अन्ना हजारे के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि वर्तमान सरकार इस विषय पर कोई कार्रवाई करने में विफल रही है। कालाधन के मुद्दे पर योगगुरू को भाजपा, जद यू और राजग के अन्य सहयोगी दलों का समर्थन प्राप्त है। सरकार ने राजग पर सीधा हमला किया और इस विषय पर निष्क्रियता बरतने के अपने उपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा कि सरकार ने कालाधन का पता लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें विभिन्न देशों के साथ द्विपक्षीय समझौता करना शामिल है ताकि कर चोरी का पता लगाया जा सके।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि यह विषय पिछले वित्त मंत्री और वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल के दौरान भी सामने आया था और इस विषय पर श्वेत पत्र जारी किया गया। कालाधन के विषय पर राजग को निशाना बनाते हुए कांग्रेस ने कहा कि विरोध प्रदर्शन का मकसद यह नहीं था जैसा सामने पेश किया गया। कल के दृश्यों से यह स्पष्ट हो गया कि कौन लोग अपनी राजनीति के लिए दूसरों का सहारा ले रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 14, 2012, 19:09