Last Updated: Saturday, March 30, 2013, 18:47

इलाहाबाद : समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव के बाद उनके पुत्र एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कांग्रेस पर जोरदार हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि जो भी उसके अनुरूप कार्य नहीं करता है सीबीआई के जरिये उसका ‘उत्पीड़न’ किया जाता है।
अखिलेश ने दावा किया कि देश के लोगों में ‘व्यापक असंतोष’ के चलते आगामी लोकसभा चुनाव में संप्रग को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के इतर संवाददाताओं से हालांकि स्पष्ट किया कि सपा ‘साम्प्रदायिक शक्तियों को दूर रखने के लिए संप्रग को समर्थन जारी रखेगी’।
उन्होंने यद्यपि यह भी कहा, ‘चुनाव जब भी हो हम उसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं।’’ मुलाम सिंह यादव के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर कि चुनाव इस वर्ष नवम्बर तक हो सकता है, अखिलेश ने कहा कि ‘राजनीतिक घटनाक्रम और मीडिया में आने वाली खबरों से ऐसी संभावना का संकेत मिलता है।’
मुलायम ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा था, ‘कांग्रेस धमकी देकर समर्थन लेती थी। मैंने खराब समय में संप्रग को समर्थन दिया लेकिन कांग्रेस ने सीबीआई को मेरे पीछे लगाया।’
भाजपा के आरोप पर कि सपा संप्रग का समर्थन करके अपने कुछ शीर्ष नेताओं के खिलाफ सीबीआई कार्रवाई के भय में कार्य कर रही है, अखिलेश ने इसका कोई सीधा उत्तर नहीं दिया लेकिन कहा कि ‘यह तथ्य है कि जो कोई भी कांग्रेस पार्टी की इच्छा के अनुरूप कार्य नहीं करता उसे सीबीआई उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में ‘अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगी’ क्योंकि ‘लोग हमारे जनतासमर्थक पहलों की तुलना राज्य में पूर्ववर्ती भ्रष्ट बसपा सरकार से करेंगे।’उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा केंद्र के खिलाफ व्यापक असंतोष का कांग्रेस को खमियाजा उठाना पड़ेगा और उत्तर प्रदेश में हम अधिक लाभ हमें होगा।’
अखिलेश ने कांग्रेस या भाजपा का नाम लिये बिना यह भी कहा, ‘विधानसभा चुनाव में अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में पांच से 10 हजार वोट पाने के लिए संघर्ष करने वाली पार्टियां लोकसभा चुनाव में 80 में से चार से पांच सीटों से अधिक नहीं जीत पाएंगी।’
अखिलेश इस प्रश्न को टाल गए कि क्या सपा केंद्रीय मंत्री एवं मुलायम सिंह यादव के मित्र से दुश्मन बने बेनी प्रसाद वर्मा को पद से हटाने के लिए दबाव बनाएगी जिन्होंने सपा के खिलाफ कई चुभने वाली टिप्पणियां की हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की एक नयी बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया।
राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ‘समाज विरोधी आचरण करने वालों के साथ ही ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है जिनकी शिथिलता को ऐसी स्थितियों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।’
उन्होंने मीडिया की परोक्ष रूप से आलोचना करते हुए कहा, ‘मुझे हैरानी होती है कि किसी अन्य राज्य के समाचार चैनल कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताने के लिए इतना समय नहीं देते।’
उन्होंने कहा कि अधिवक्ता ‘सरकार की नीतियां बनाने और जनता की राय बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।’मुख्यमंत्री ने अधिवक्ताओं की बेहतरी के लिए कई कदमों की घोषणा की।
घोषणाओं में वकीलों के कल्याण के लिए कोष ‘अधिवक्ता निधि’ के लिए 40 करोड़ रुपये का एक अतिरिक्त अनुदान शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही वकीलों की बीमा सुरक्षा की राशि डेढ़ लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने और वकीलों के लिए एक पेंशन योजना शुरू करने की मांग पर पर विचार करने का वादा किया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 30, 2013, 17:55